नई दिल्ली: पार्किंग को लेकर दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच खूनी संघर्ष हुआ। इस हिंसक झड़प में कई गाड़ियों में तोड़फोड़ कर उन्हें आग के हवाले कर दिया गया। अब चीफ जस्टिस ने खुद इस मामले को संज्ञान में लिया है। इस मामले पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने सभी बार काउंसिल को नोटिस जारी किया है।
Delhi High Court issued notice to Centre, Bar Council of India, Bar Council of Delhi, Delhi government, all bar associations of district courts of Delhi & Delhi High Court Bar Association, over yesterday’s clash between lawyers and police at Tis Hazari Court. pic.twitter.com/0I6uuHMYUh
— ANI (@ANI) November 3, 2019
पुलिस और वकीलों के बीच हुई इस निंदनीय झड़प पर कार्वाई करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, बार काउंसिल ऑफ दिल्ली और दिल्ली के सभी जिलों की अदालतों के बार एसोसिएशनों को नोटिस जारी किया
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4 नवंबर को वकीलों की हड़ताल
वकीलों और पुलिस के बीच हुए इस हिंसक संग्राम के बाद वकीलों ने 4 नवंबर को दिल्ली की सभी जिला अदालतों में कामकाज ठप रखने का फैसला किया गया है। वकीलों का आरोप है कि पुलिस ने एक वकील को बुरी तरह से पीटा और फायरिंग की, जिसके बाद हालात बहुत ज्यादा बिगड़ गए।
कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से मामले की शिकायत दर्ज की गई है। इस हिंसा के मामले में धारा 186, 353, 427, 307 के तहत क्रॉस एफआईआर दर्ज की गई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस झड़प की निंदा की। उन्होंने कहा कि जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था।