Congress On Agnipath Protest: अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से विरोध कर रहे युवाओं के समर्थन में आ गई है औऱ केंद्र सरकार पर स्कीम को वापस लेने के लिए दबाव बना रही है। इस योजना के विरोध में कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता आज जंतर मंतर पर सत्याग्रह कर रहे हैं।
अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे इस सत्याग्रह में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) और उपाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी मौजूद रहे। इस सत्याग्रह के लिए जंतर मंतर पर भारी पुलिस बल औऱ पैरामिलिट्री फोर्सेस तैनात किए गए हैं।
क्या बोलीं प्रियंका गांधी?
पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा, “देश की सेवा करने के लिए पूरे जीवन भर सेना में भर्ती होना चाहते हैं। ये जो भी हो रहा है गलत हो रहा है। इस योजना को वापस लेना चाहिए।”
देश की सेवा करने के लिए पूरे जीवन भर सेना में भर्ती होना चाहते हैं। ये जो भी हो रहा है गलत हो रहा है। इस योजना को वापस लेना चाहिए: अग्निपथ योजना पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, दिल्ली pic.twitter.com/QzSjFW1iLf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2022
राहुल गांधी हुए पीएम मोदी पर हमलावर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद देकर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के अग्निपथ पर चलने के लिए मजबूर किया है। 8 सालों में, 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ़ पकौड़े तलने का ज्ञान। देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।”
बार-बार नौकरी की झूठी उम्मीद दे कर, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं को बेरोज़गारी के ‘अग्निपथ’ पर चलने के लिए मजबूर किया है।
8 सालों में, 16 करोड़ नौकरियां देनी थीं मगर युवाओं को मिला सिर्फ़ पकोड़े तलने का ज्ञान।
देश की इस हालत के ज़िम्मेदार केवल प्रधानमंत्री हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 19, 2022
क्या बोले सलमान खुर्शीद?
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (Congress On Agnipath Protest) ने कहा, “सत्याग्रह सत्य से सबंधित है जब भी आप सत्य के लिए खड़े होंगे जब भी आप किसी का विरोध करेंगे। जो सत्य के साथ नहीं है वह सत्याग्रह होगा।”
“हम देश के युवाओं को कहेंगे कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें यह देश का मामला है और फौज का मामला है इस मामले पर हिंसा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।”