राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को गाली देने वाले कालीचरण महाराज को छत्तीसगढ़ की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है इस बात को लेकर मध्यप्रदेश सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने छत्तीसगढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने इंटरस्टेट प्रोटोकॉल को तोडा है। उन्हें पहले हमें बताना चाहिए था।
पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को गाली देने वाले को ऐसे ही छोड़ देना चाहिए। यह सही है क्या? सीएम बघेल ने यह भी कहा कि ‘आप महात्मा गाँधी के गाली देने से खुश हैं या दुखी। नियम के तहत कार्यवाही हुई है। कालीचरण के घरवालों और वकील को खबर कर दी गई है’।
रायपुर में 2 दिन पहले हुई थी धर्म संसद
छत्तीसगढ़ के रायपुर में 2 दिन पहले एक धर्म संसद का आयोजन हुआ था जिसमे सीएम बघेल से लेकर कई अन्य बड़ी हस्तियां शामिल हुई थीं। यह कार्यक्रम २ दिन तक चलने बाला था। इस कार्यक्रम को उस समय बंद करना पड़ा जब धर्म संसद में आये कालीचरण महात्मा ने अचानक से मुस्लिमों और राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के बारे में अपशब्दों का प्रयोग करते हुए गालियां देने लगे।
धर्मसंसद में इस बात हुई चर्चा
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि किस तरह भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाया जाये ? इसी मुद्दे को लेकर चर्चा हुई थी जिसमें सभी ने लगभग इसी बात को लेकर चर्चा भी की और अपनी सहमति जताई सिवाय कुरुक्षेत्र के स्वामी स्वरूपा नन्द के। स्वामी स्वरूपा नन्द जी असहमत थे उनका कहना था कि जिस देश में 30 करोड़ मुसलमान हों लगभग 15 करोड़ ईसाई रहते हों उसे कैसे हिन्दू राष्ट्र बना सकते हैं ?
गिरफ़्तारी के बाद शुरू हुआ विवादों का सिलसिला
कालीचरण महाराज की गिरफ़्तारी के बाद विवाद शुरू हो गए हैं। लोग उनके सपोर्ट में इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर पर उनको बचाने की मुहिम चलाने लगे हैं । सोशल मीडिया पर कालीचरण महाराज की जुबानी बोल रहे और बचाने के लिए पोस्ट कर रहे हैं। यह मुहिम यहीं रुकने का नाम नहीं ले रही कालीचरण के बचाव के पक्ष में बीजेपी नेता भी सामने आने लगे।
विवादित वयान के बाद आकर मध्यप्रदेश में छिप गए
कालीचरण महाराज अपने विवादित वयान के बाद मध्यप्रदेश में आकर छिप गए। उन्हें ढूंढ़न के लिए 3 टीमें बनाई गई थी जिसमे पहली टीम महाराष्ट्र को रवाना हुई दूसरी टीम मध्यप्रदेश और तीसरी टीम दिल्ली के लिए रवाना हुई। रायपुर पुलिस की टीम ने गुरुवार की सुबह खजुराहो से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ बागेश्वर धाम के लॉज से गिरफ्तार कर लिया।