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‘एक बिहारी सब पर भारी’ ये कहावत तो सुनी होगी, अगर कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो बड़े से बड़ा मुकाम हासिल किया जा सकता (UPSC Civil Services Result 2020) है। ऐसा ही बिहार के कटिहर के रहने वाले शुभम कुमार ने करके दिखाया है। शुभम ने संघ लोक सेवा आोयग की सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में टॉप किया है। इससे पहले 2001 में आलोक रंजन झा ने टॉप किया था।
बिहार के कई छात्र टॉप पर…
बता दें बिहार के काफी छात्रों ने टॉप रैंक (UPSC Civil Services Result 2020) में अपनी जगह बनाई है। समस्तीपुर के सत्यम गांधी को 10वीं रैंक मिली है। जमुई जिले के प्रवीण कुमार ने 7 वीं रैंक हासिल की है। पूर्णियां के आशीष मिश्रा को 52 वीं रैंक मिली है। इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभम की सफलता पर ट्वीट करके बधाई दी है।
कहां के रहने वाले है शुभम कुमार
शुभम कटिहार जिले के कदवा प्रखंड के कुम्हरी गांव के रहने वाले हैं। कदवा से पूर्णिया के विद्या विहार स्कूल और बाद में आईआईटी की, और पुणे से आईएएस की तैयारी की। पिता की बात की जाए तो देवानंद सिंह पूर्णिया में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में शाखा प्रबंधक हैं। दरअसल, पिछले साल शुभम ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। लेकिन उन्हें 290 रैंक मिली थी। इसके बाद दोबारा परीक्षा में शामिल होकर बिहार का नाम रोशन किया।
किस शहर से काम करना चाहते है शुभम
शुभम (Shubham Kumar) का कहना है कि पिछले कुछ सालों में बिहार में काफी बदलाव हुए हैं। हर क्षेत्र में काम हो रहा है, लेकिन मेरी पहली पंसद मध्य प्रदेश होगी। मैंने यूपीएससी टॉप किया है तो मुझे अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ। मैंने दुबारा पूछा- कौन सा रैंक है तो उसने कहा कि मैंने टॉप किया है। ये सुनकर मैं रोने लगा।
19 साल बाद बिहार का टॉपर
साल 2001 में आलोक रंजन झा टॉपर बने थे, जबकि 1997 में गया के सुनील कुमार बरनवाल ने टॉप किया था। 1987 में आमिर सुबहानी ने टॉप किया था, जो अभी बिहार के विकास आयुक्त हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत कई सेवाओं के लिए उम्मीदवारों का चयन होता है।
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