Bihar: बिहार के गोपलगंज जिले में गंडक नदी पर 263 करोड़ रुपये की लागत से बना सत्तरघाट पुल (Bihar Bridge Collapse) का एक हिस्सा टूटकर नदी में बह गया। महज 29 दिन में ही यह पुल ध्वस्त हो गया। इससे पुल पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। 16 जून को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Government) ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस महासेतु (Bihar Bridge Collapse) का उद्घाटन किया था।
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राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री नंद किशोर यादव ने बयान देते हुए कहा है कि यह (Bihar Bridge Collapse) प्राकृतिक आपदा की वजह से हुआ है, इसमें तो सड़कें और पुल टूटते ही हैं।
The approach slab that has collapsed is 2 km away from main Sattarghat Bridge; no damages have been caused to any bridge. Just the approach slab of a minor bridge has collapsed: Nand Kishore Yadav, Bihar Road Construction Minister https://t.co/yub8TCCtZH pic.twitter.com/dAQQNeFCza
— ANI (@ANI) July 16, 2020
मंत्री नंद किशोर ने कहा कि सत्तरघाट का पुल बिल्कुल सुरक्षित है। मुख्य सत्तरघाट पुल से दो किमी दूर एक अप्रोच रोड है, जो पानी के कटाव की वजह से बह गया है। यह प्राकृतिक आपदा है। इसमें तो सड़कें और पुल बह जाते हैं।
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वहीं पुल के ढहने पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा है।उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ”8 वर्ष में 263.47 करोड़ की लागत से निर्मित गोपालगंज के सत्तर घाट पुल का 16 जून को नीतीश जी ने उद्घाटन किया था आज 29 दिन बाद यह पुल ध्वस्त हो गया।
263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है। pic.twitter.com/EIcQYPEHn8
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 16, 2020
आगे उन्होंने तंज कसते हुए लिखा कि, “खबरदार! अगर किसी ने इसे नीतीश जी का भ्रष्टाचार कहा तो? 263 करोड़ तो सुशासनी मुंह दिखाई है। इतने की तो इनके चूहे शराब पी जाते है.”