Haridwar: योग गुरु बाबा रामदेव ने पतंजलि (Patanjali) की कोरोनिल दवा (Coronil) पर हुए विवाद को लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी। उन्होंने अपना गुस्सा निकाला और कहा “सब कह रहे कि पतंजलि ने यूटर्न ले लिया है, हमारे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. हमें जेल में डाल दो, हमें देशद्रोही कहो, आतंकवादी कहो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रोगमुक्त और नशामुक्त भारत बनाना गुनाह हो”
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बाबा ने कहा कि भारत में आयुर्वेद को ड्रग के रूप में मान्यता है, जबकि दूसरे देशों में तो इन्हें फूड सप्लीमेंट की तौर पर अपनाया गया है और कहा कि कोरोना पर क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल का काम किया गया है इसके अलावा 10 से ज्यादा बीमारियों पर हम ट्रायल कर रहे हैं और उसमें तीन लेवल पार कर चुके हैं. इसमें हापरटेंशन, अस्थमा, हार्ट, चिकुनगुनिया जैसे रोग शामिल हैं, जिन पर हम ट्रायल कर रहे हैं.
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”आयुष मंत्रालय ने कहा है कि पतंजलि ने कोविड-19 के मैनेजमेंट के लिए पर्याप्त काम किया है यानी अच्छी पहल की है. पतंजलि ने एक सही दिशा में काम करना शुरू किया है.” बाबा ने बताया कि मंत्रालय ने ये भी कहा कि आप क्योर शब्द इस्तेमाल मत कीजिए तो हमने कहा कि ठीक है इसे कोविड क्योर नहीं कहकर कोविड मैनेजमेंट कह लेंगे।
बता दे कि 23 जून को कोरोनिल (Coronil) लॉन्च की गई थी. दावा किया गया था कि इससे 7 दिन के अंदर 100 फीसदी रिकवरी हो जाएगी. कोरोना की दवा के रूप में लाई गई कोरोनिल पर तुरंत ही विवाद हो गया.