Uttar Pradesh: लखनऊ में हाथरस केस में लड़की की मौत के बाद प्रदेश में प्रदर्शन का दौर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को हजरतगंज चौराहे पर सपा (Samajwadi Party) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन (protest in lucknow) किया। और आज भी हजरतगंज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन व नारेबाजी जारी है। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और ले जाने लगी लेकिन कार्यकर्ता फिर सड़कों पर आ गए और नारेबाजी करने लगे।
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हालात नियंत्रण से बाहर जाते देखकर (protest in lucknow) पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार हाथरस के डीएम का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो परिवारवालों को धमकी देते दिख रहे है। इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाए हैं कि आखिर पीड़िता के गांव जाने से क्यों रोका जा रहा है।
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हाथरस केस पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले कल यानी 3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। इस दौरान रामदास अठावले मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को आश्वासन दिया कि पीड़िता को जल्द न्याय मिलेगा और परिवार की हर संभव कोशिश की जाएगी। सरकार की ओर से पीड़िता के परिवार के 25 लाख रूपए देने की घोषणा की।
आपको बता दें कि हाथरस मामले में अखिलेश यादव योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि “हाथरस कांड में जिस तरह भाजपा सरकार ने अपने कुछ लोगों को बचाने के लिए मेडिकल करवाने में देरी करी व एफ़आइआर भी टाली, उससे देशभर के बहन-बेटी वाले परिवार आक्रोशित हैं। सरकार अपने प्रवक्ताओं व व्हाट्सअप मेसेजों से अपना बचाव करने के बजाय सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जाँच करवाए।”
हाथरस कांड में जिस तरह भाजपा सरकार ने अपने कुछ लोगों को बचाने के लिए मेडिकल करवाने में देरी करी व एफ़आइआर भी टाली, उससे देशभर के बहन-बेटी वाले परिवार आक्रोशित हैं.
सरकार अपने प्रवक्ताओं व व्हाट्सअप मेसेजों से अपना बचाव करने के बजाय सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जाँच करवाए. pic.twitter.com/95riEN1EBj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 1, 2020
इससे पहले गैंगरेप पीड़िता के दाह संस्कार के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि हाथरस की बेटी बलात्कार-हत्याकांड में शासन के दबाव में, परिवार की अनुमति बिना, रात्रि में पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार करवाना, संस्कारों के विरुद्ध है। ये सबूतों को मिटाने का घोर निंदनीय कृत्य है। सरकार ने ऐसा करके पाप भी किया है और अपराध भी।
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