Delhi: शनिवार को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत () ने बीजेपी पर राज्य सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया था. जिसके बाद राजस्थान कांग्रेस में सियासी संकट का मामला काफी तूल पकड़ चुका है. वहीं मामले को लेकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) को लेकर सस्पेंस भी बरकरार है. इस समय सचिन पायलट के लोकेशन को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल है. जानकारी के मुताबिक, पायलट टीम ने उनके दिल्ली NCR होने का मीडिया को मैसेज भेजा था. इस दौरान उनके साथ करीब 25 विधायक भी बताए गए.
अशोक गहलोत का बीजेपी पर सरकार गिराने की साजिश का आरोप
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने अब प्रेशर पॉलिटिक्स का रुख अख्तियार किया है. PCC चीफ़ का पद नहीं छोड़ने के लिए प्रेशर बनाया जा रहा है. आलाकमान की तरफ से पायलट को इशारा मिल चुका था. वहीं SOG की तरफ से नोटिस मिलने से पायलट बेहद खफा हैं. दूसरी ओर सीएम गहलोत के CMR में मंत्रियों के आने का सिलसिला जारी है. वहां पर मंत्री हरीश चौधरी, टीकाराम जूली, भंवर सिंह भाटी, भजनलाल जाटव, सालेह मोहम्मद, महेंद्र चौधरी, महेश जोशी, बाबूलाल नागर, रामलाल जाट भी पहुंच चुके हैं
आपको बता दें कि शनिवार को गहलोत ने कहा कि बीजेपी राजनीति कर रही है और मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. मुख्यमंत्री गहलोत ने बताया कि विधायकों को अपनी निष्ठा बदलने के लिए 10 से 15 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा रही है.
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गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा, “मैं चाहता हूं कि पूरा देश जाने की बीजेपी अब अपनी सारी सीमाएं पार कर रही है. वह मेरी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. हम विधायकों को पाला बदलने के लिए ऑफर देने की बात सुनते रहे हैं. कुछ लोगों को 15 करोड़ रुपये तक देने का वादा किया गया है और कुछ को अन्य प्रलोभन (Favours) देने की बात कही गई है. यह लगातार हो रहा है.” गहलोत ने कहा, “हम कोरोना वायरस से लड़ने पर ध्यान दे रहे हैं और बीजेपी हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. वाजपेयी जी के समय में ऐसा नहीं था, लेकिन 2014 के बाद धर्म के आधार पर विभाजन हुआ है.”