महाराष्ट्र में चुनाव के बाद शिवसेना से बीजेपी का गठबंधन टूटा गया, वहीं झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले ही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और बीजेपी के बीच सब कुछ सही नहीं दिख रहा है। दरअसल, लोजपा ने घोषणा की है कि वह झारखंड विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
बता दें कि लोजपा के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने कहा, पार्टी ने गठबंधन से जिन सीटों की मांग की थी, उनमें से अधिकांश सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। ऐसे में उनकी पार्टी राज्य में विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
चिराग पासवान ने कहा, लोक जनशक्ति पार्टी की राज्य इकाई ने निर्णय लिया है कि हम राज्य की 50 सीटों पर अकेले ही चुनवा लड़ेंगे। इसी के साथ उन्होंने कहा, उम्मीदवारों की पहली सूची मंगलवार को जारी कर दी जाएगी।
लोजपा अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि लोजपा इस बार ‘टोकन के रूप में दी जाने वाली सीटों’ को स्वीकार नहीं करने वाली है। उन्होंने कहा कि हमने गठबंधन के तहत 6 सीटों की मांग की थी पर इन सभी सीटों के बारे में रविवार को बीजेपी द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा की जा चुकी है।
जानकारी के अनुसार, भाजपा ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को 52 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी। बता दें कि लोजपा, भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहती थी, लेकिन भाजपा ने इस पर दिलचस्पी नहीं दिखाई।
बीजेपी नेताओं का मानना है कि क्षेत्रीय दल के पास राज्य में मतदाताओं को देने के लिए कुछ खास नहीं है। हालांकि, भाजपा और लोजपा बिहार में गठबंधन सहयोगी हैं।
बिहार में भाजपा की एक अन्य सहयोगी जद (यू) ने भी झारखंड चुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है। इससे पहले भाजपा की सहयोगी आजसू ने भी भाजपा से बात किए बिना 12 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। इनमें तीन सीटों पर भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) ने भी उम्मीदवारों की घोषणा की थी।