कचरा-कचरा हुई देश की राजधानी, सरकार का नहीं है ध्यान

वेतन और पेंशन को लेकर दिल्ली नगर निगमों के कर्मचारियों ने 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है।

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Municipal corporation of Delhi
वेतन और पेंशन को लेकर दिल्ली नगर निगमों के कर्मचारियों ने 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है।

New Delhi: वेतन और पेंशन को लेकर दिल्ली नगर निगमों के कर्मचारियों (Municipal corporation of Delhi) ने 7 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है। इस बीच उत्तरी दिल्ली का हाल सबसे ज्यादा खराब हो चुका है। खास तौर से सफाईकर्मियों के काम पर नहीं आने से दिल्ली का बड़ा हिस्सा कूड़ा-कूड़ा हो गया है। बाजारों और रिहायशी इलाकों से कई दिनों से कचरा नहीं उठ रहा है। ऐसे में दिल्लीवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ (Municipal corporation of Delhi) रहा है।

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बता दें कुछ जगहों पर तो दुकानदार प्राइवेट स्वीपर से सफाई करवा रहे हैं। पुरानी दिल्ली तो लोग बहार आना-जाना भी नहीं कर पा रहे है। व्यापारियों और ग्राहकों को बदबू झेलनी (Swachh Bharat Abhiyan) पड़ रही है। इस अव्यवस्था का असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। बाजार में बिक्री कम हो रही है, कस्टमर्स गंदगी से भरे बाजारों में आने से परहेज कर रहे हैं।

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 7-8 के मार्केट में दुकान, बाजार और आसपास के घरों में कूड़ा जमा हो गया है। हर नुक्कड़ और चौराहे पर बदबू आ रही है। वैसे केंद्र सरकार सफाई अभियान (Swachh Bharat Abhiyan) चलाती है, लेकिन फिर भी दिल्ली का ये हाल सरकार को दिखाई नहीं दे रहा। अगर कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलेगी, तो काम कैसे होगा? अगर हम 15 दिन भी दुकानों पर काम करने वालों का वेतन नहीं देंगे, तो वह काम नहीं करेगा। निगमकर्मियों की तो महीनों से सैलरी पेंडिंग है।

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चांदनी चौक के सामना भागीरथ पैलेस में भी गंदगी की वजह से दुकानदारों का जीना मुहाल हो गया है। जानकारी के अनुसर, शनिवार और रविवार की रात में कूड़ा (Municipal corporation of Delhi) उठवाने का भरोसा भी मिला, लेकिन सोमवार सुबह भी हालात खराब थे। रात में ओस पड़ती है। अगर कूड़ा सड़ना शुरू हो जाएगा, तब सब जगह बदबू फैलेगी। कोई भी राजनीतिक दल कारोबारियों की समस्या को गंभीरता से समझने को तैयार नहीं है। ‘आप’, बीजेपी और कांग्रेस के नेता सिर्फ बयानबाजी कर करते हुए नजर आ रहे है। लेकिन संज्ञान लेने को कोई तैयार नहीं है।

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