बर्फबारी वाले इलाकों में रहने वालों को अत्यधिक ठंडी के दोरान जीडल जमने के कारण काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। दरअसल, पेट्रोल के मुकाबले डीजल जल्दी जम जाता है, लेकिन अब इससे निजात मिलेगी। बता दें कि इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड पानीपत की ओर से स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल को बनाया गया है।
कंपनी ने दावा किया है कि स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल माइनस 33 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर भी तरल अवस्था में ही रहेगा। इस स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल की पहली खेप लेह-लद्दाख के लिए पानीपत रिफाइनरी से रवाना की गई है। ट्वीट के जरिए इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने इसकी जानकारी दी है। हालांकि, अभी तक इस स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल की कीमत को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है।
गौरतलब है कि मानइस 30 डिग्री सेल्सियस होते ही डीजल जम जाता था। जो इस्तेमाल के लायक नहीं रहता है। बेहद ठंड एवं बर्फबारी वाले क्षेत्र में वाहन चलाने वालों को इस समस्या से परेशानी होती है।
जानकारी के अनुसार, स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल में थोडी मात्रा में बायोडीजल मिलाया गया है। ये मात्रा पांच फीसदी के लगभग बताई जा रही है। इससे जहां एक ओर डीजल वाहन के लिए बेहतर रहेगा, वहीं इसके जमने की दिक्कत भी दूर रहेगा। दावा किया जा रहा है कि इस डीजल से माइनस 33 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर भी वाहनों को आसानी से चलाया जा सकेगा।
स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल बीआईएस के मुताबिक बना है। इसे विशेष तौर पर पानीपत रिफाईनरी की ओर से पहली बार बनाया गया है। इसके साथ ही सर्टिफाई भी किया गया है। स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल की पहली खेप को पानीपत मार्केटिंग काम्प्लेक्स से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। बताया जा रहा है कि स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल की आपूर्ति जालंधर से भी की जाएगी। यहां से लेह और कारगिल डिपो को आपूर्ति होगी।