टोक्यो में चल रहे पैरालिंपिक (Tokyo Paralympics) खेलों में भारत के खिलाड़ियों ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिया है । एक के बाद एक भारत के खाते में सिल्वर और गोल्ड मैडल आ रहे है । खिलाड़ियों के जोश भरे प्रदर्शन से भारत की उम्मीदे और भी बढ गई है । शनिवार को भारत के खाते में दो सिल्वर मेडल आए , और इसके बाद कृष्णा नागर (Krishna Nagar) ने फाइनल में पहुंचकर इस संख्या को बढा दिया । शनिवार को प्रमोद भगत और वाईएल सुहास ने देश के लिए दो सिल्वर जिता था ।
आपको बता दे की SH6 कैटेगरी में ऐसे खिलाड़ी शामिल होते है, जिनकी कद कम होते है । कृष्णा नागर ने पुरुष सिंगल्स क्लास SH6 कैटेगरी के सेमीफाइनल (Tokyo Paralympics) में ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टन कूंब्स को हराया था । कृष्णा नागर ने अपनी कङी मेहनत और लगन के साथ खुद को पूरी तरह खेल के लिए समर्पित कर दिया । कृष्णा ट्रेनिंग के लिए रोजाना 13 किमी दूर स्टेडियम जाया करते थे । कृष्णा नागर को अपनी कैटेगरी में दूसरी सीड में रखा गया था । सेमीफाइनल में उन्हें वर्ल्ड नंबर पांच के साथ भिडने का मौका मिला।
महज 22 साल की उम्र के कृष्णा ने सेमीफाइनल (Tokyo Paralympics) में अपने क्रोस कोर्ट खेल के साथ ब्रिटेन के खिलाड़ी को धूल चटा दिया ।पहला गेम 21-10, और दूसरा गेम 21-11 से जीतकर फाइनल में जगह बनाई । और अब वे गोल्ड के लिए खेलेंगे।
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