IPL 2022 की शुरूआत से ही चेन्नई CSK की टीम सुर्खियों में हैं. चेन्नई के लिए IPL की शुरूआत अलग ही तरीके से हुई. पहले टीम ने रवीन्द्र जडेजा Ravindra Jadeja को कप्तानी सौंपी. बाद में धोनी MS Dhoni को टीम का कप्तान बनाया. इसके बाद जड़ेजा टीम में भी नहीं रहे. बता दे कि चेन्नई सुपर किंग्स Chennai Super Kings आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में से एक है. इस बार चेन्नई सुपर किंग्स CSK की टीम दो साल में दूसरी बार प्लेऑफ Playoff से बाहर होने की कगार पर खड़ी है.
11 में से 7 मैच हारे
IPL 2022 के सीजन में चेन्नई ने अब तक 11 में 7 मैच हारे हैं. चेन्नई तकनीकी रूप से अभी भी दौड़ में है, बशर्ते बाकी मैचों के नतीजे उसके अनुकूल रहें. अगर-मगर के फेर में फंसी सीएसके CSK के लिए यह सीजन किसी बुरे सपने से कम नहीं. शुरुआती लगातार चार मुकाबले गंवाने के बाद जीत का खाता खोलने वाली पिछली चैम्पियन चेन्नई अपने ‘अतिआत्मविश्वास’ की वजह से आज इस खराब दौर से जूझ रही है. इस सीजन में चेन्नई के ऑलराउंडरों ने शानदार प्रदर्शन नहीं किया.
खराब हुई चेन्नई की शुरूआत
सीजन की शुरूआत से पहले जडेजा को कप्तानी सौंपी गई क्योंकि धोनी 40 साल के हो गए हैं और जड़ेजा को प्रमोट करने का समय आ गया है. जिसके बाद जड़ेजा के नेतृत्व में टीम ने खराब प्रदर्शन किया. आलम यह रहा कि जड़ेजा ने खुद कोई खास प्रदर्शन नहीं किया बल्कि, बुरी फॉर्म से गुजर रहे थे. धोनी चाहते थे कि जड़ेजा कप्तानी के गुर सिख जाए. सीएसके पर यह दांव उल्टा पड़ा.
धोनी ने बीच में संभाली कप्तानी
टीम के खराब प्रदर्शन से फ्रेंचाइजी परेशान हो गई और धोनी के पास चली गई. सभी धोनी पर उम्मीद लगाने लगे. धोनी को कमान सौंपने के बाद टीम में कुछ बदलाव दिखा और टीम ने करीब 2 मैच जीते. बीच सीजन में ही जड़ेजा चेन्नई की टीम से बाहर हो गए और बताया जा रहा है कि सीएसके ने जड़ेजा को सोशल मीडिया पर अनफॉलो किया है. अब इन विवादों के चलते चेन्नई की टीम बीच मंझधार में फंसी हुई है. टीम के पास पहले ही स्टार खिलाड़ी मौजूद नहीं है. दीपक चाहर पहले ही चोट के चलते सीजन से बाहर है और अब टीम में विवाद और जड़ेजा का बीच में चला जाना सही नहीं है.