Harbhajan Singh ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास, ट्वीट कर की घोषणा

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Harbhajan Singh
हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से लिया संन्यास, ट्वीट कर की घोषणा

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Harbhajan Singh Retirement: क्रिकेट इंडस्ट्री (Cricket Industry) से एक ताजा खबर सामने आ रही है। बता दें की टेस्ट हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज और अनुभवी स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है।

उन्होंने ट्विटर के जरिए अपने संन्यास का ऐलान किया. इसके साथ ही उनके 23 साल के करियर का समापन हुआ. वह अनिल कुंबले, कपिल देव और आर अश्विन के बाद देश के चौथे सबसे अधिक विकेट लेने वाले (417) गेंदबाज के रूप में आउट हुए।

हरभजन ने ट्वीट कर किया ऐलान (Harbhajan)

हरभजन (Harbhajan) ने ट्वीट किया, “सभी अच्छी चीजें खत्म हो जाती हैं और आज जब मैं उस खेल से विदा लेता हूं जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है, मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस 23 साल की लंबी यात्रा को सुंदर और यादगार बनाया।” साथ ही हरभजन सिंह ने एक वीडियो भी शेयर किया है।

हरभजन ने बताया कि वह पहले ही क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना चुके थे, लेकिन आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ संबंध होने के चलते वह ऐसा नहीं कर सके. अब जब उनका अनुबंध ख़त्म हो गया है तो उन्होंने ये फैसला किया.

हरभजन ने अपने क्रिकेट करियर के सबसे सुनहरे पल की बात करते हुए कहा कि ‘2003 में कोलकाता में टेस्ट हैट्रिक, इसी टेस्ट सीरीज में 32 विकेट, 2007 टी20 का वर्ल्ड कप और 2011 के वर्ल्ड कप में जीत उनके करियर में सबसे ख़ुशी का पल था’.

236 दिवसीय और 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले है

बता दें की 40 वर्षीय हरभजन ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 एकदिवसीय और 28 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर अपने करियर का अंत किया। उन्होंने 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच में टीम के लिए पदार्पण किया, और 2007 में भारत की विजयी टी20 टीम के साथ-साथ भारत में 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।

स्पिन-गेंदबाजी करते थे हरभजन सिंह

हरभजन ने टी20 विश्व कप में सात विकेट चटकाए, क्योंकि उन्होंने स्पिन-गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया था, और 2011 के एकदिवसीय विश्व कप में भी भारत के प्रमुख स्पिन-गेंदबाजी विकल्प थे, जहां भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर ट्रॉफी और जीत हासिल की थी।

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