मध्य प्रदेश अकादमी भोपाल की शूटर चिंकी यादव ने भारत को 11वां ओलिंपिक कोटा दिलाया है। बता दें कि 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में चिंकी 116 पॉइंट के साथ 6 नंबर पर रहीं है। तीसरे से पांचवें नंबर की खिलाड़ी को पहले ही ओलिंपिक का कोटा मिल चुका था। अब चिंकी को 2020 टोक्यो ओलिंपिक का कोटा मिल गया है।
क्वालिफिकेशन में 21 साल की चिंकी 588 पॉइंट के साथ दूसरे नंबर पर रहीं, चिंकी का अब तक का बेस्ट प्रदर्शन है। इससे पहले इस साल रियो वर्ल्ड कप में चिंकी ने 584 पॉइंट का बेस्ट स्कोर बनाया था। इससे पहले राही सरनोबत इस कैटेगरी में ओलिंपिक का कोटा हासिल कर चुकी हैं।
निशानेबाज चिंकी यादव ने 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल में जीत के बाद कहा, यह मेरा अब तक का बेस्ट प्रदर्शन है। इसका पूरा श्रेय कोच जसपाल राणा को जाता है। दरअसल, चिंकी 2012 से खेल से जुड़ी हुई हैं। वे मप्र शूटिंग एकेडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं। वह साल 2019 में पहली बार सीनियर टीम के साथ टूर्नामेंट खेल रही हैं।
चिंकी चार वर्ल्ड कप में भी खेल चुकी हैं। इवेंट में अन्य भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बात करें, तो अन्नू राज सिंह (575) और नीरज कौर (572) दोनो क्रमश: 21वें और 27वें स्थान पर रहीं। भोपाल की रने वाली चिंकी ओलिंपिक में क्वालिफाई करने वाली प्रदेश की पहली शूटर हैं। उन्हें जब कोटा मिला तब इलेक्ट्रिशियन पिता मेहताब यादव मध्य प्रदेश की शूटिंग रेंज में काम कर रहे थे। चिंकी इसी एकेडमी में ट्रेनिंग लेती हैं और पिता खेल विभाग में ही कार्यरत्त हैं।
चिंकी यादव के पिता मेहताब कहते है कि उसका बचपन से ही खेलों की ओर रुझान था। मैं शूटिंग रेंज में काम करता था। चिंकी भी मेरे साथ वहां जाने लगी और खेल में उसकी रुचि बढ़ूी गई। दरअसल, शूटिंग से पहले चिंकी जिम्नास्टिक, स्नूकर और बैडमिंटन खेलती थीं, लेकिन अंत में उन्होंने शूटिंग का रुख किया।
साल 2012 में 14 साल की उम्र में पहली बार शूटिंग रेंज में आई थी। इसके बाद 2014 में पहला मेडल जीता था। यहीं से उन्होंने सूटिंग को गंभीरता से लेना शुरू किया। चिंकी का लक्ष्य अब 2020 टोक्यो ओलिंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है।