नई दिल्ली: पांच दिनों तक मनाए जाने वाले दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस के दिन से हो जाती है। इसके चौथे दिन और दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। गोवर्धन पूजा में विशेष रूप से गाय की पूजा की जाती है, इसका अपना एक खास महत्व होता है। चलिए जानते हैं कि गोवर्धन पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त और क्या है गोवर्धन पूजा की सही विधि-
गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त
इस बार गोवर्धन पूजा का त्योहार 28 अक्टूबर यानि कि सोमवार को मनाया जा रहा है। गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 28 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट से शुरू हो रहा है। वहीं, शुभ मुहूर्त और प्रतिपदा तिथि का समापन: 29 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 13 मिनट पर हो रहा है। शाम को गोवर्धन पूजा की शुरुआत 28 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से शाम को 05 बजकर 40 मिनट तक है। इस मुहूर्त में गोवर्धन पूजा करना सबसे शुभ रहेगा।
गोवर्धन पूजा की विधि
बता दें कि गोवर्धन पूजा का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन गाय के गोबर से गोवर्धन बनाया जाता है। इस त्योहार के दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा करने का विधान है। इसमें गाय के गोबर से गोवर्धन के शिखर प्रयुक्त, वृक्ष-शाखादि से संयुक्त और पुष्पादि से सजाया जाता है।