कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है। इस साल ये त्यौहार 27 अक्टूबर को देश भर में मनाया जाएगा। दीपावली को दिवाली के नाम से भी जाना जाता है।
मां लक्ष्मी का आगमन-
दिवाली के दिन लोग अपने घरों में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। मान्यता है कि माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिये दिवाली का दिन बहुत शुभ होता है।
दिवाली के दिन दीपों की रोशनी में मां लक्ष्मी का घर पर आगमन होता है। दीपावली का त्यौहार मनाने के पीछे मान्यता है कि चौदह वर्ष के वनवास के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी पर लोगों ने उनका स्वागत घी के दिये जलाकर किया था। तब अमावस्या की काली रात को प्रकाशमय हो गई थी। यही वजह है कि दिवाली को प्रकाशोत्सव कहा जाता है।
कैसे करें मां लक्ष्मी की पूजा…
जानकारों के अनुसार, मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के बहुत आसान से तरीके हैं, लेकिन अधिकतर लोग इनके बारे में नहीं जानते हैं। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में कई उपाय भी दिए गए हैं, जिनको करके आसानी से मां की कृपा पाई जा सकती है। आइए जानते हैं मां लक्ष्मी की कृपा कुछ खास उपाय…
महालक्ष्मी के महामंत्र
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नम: , का कमलगट्टे की माला से कम से कम 108 बार जाप करे, ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
गौरतलब है कि दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के बाद घर के सभी कमरों में शंख और घंटी बजाना चाहिए। ऐसा करने से सारी नकारात्मकता (Negativity ) दूर हो जाएगी।
- दिवाली पर महालक्ष्मी के पूजन में पीली कौड़ियां रखें। इससे धन संबंधी सभी परेशानियां दूर होंगी।
- दिवाली वाले दिन शिवलिंग पर अक्षत यानी चावल चढ़ाएं। ध्यान रहे सभी चावल पूर्ण होने चाहिए।
- लक्ष्मी पूजन में हल्दी की गांठ जरूरी रखें और पूजा के बाद इसे अपनी तिजोरी में रखें।
- दिवाली के दिन पीपल के पेड़ में जल जरूर दें। इससे शनि के दोष और कालसर्प दोष खत्म हो जाता है।
लक्ष्मी की पूजा का शुभ मुहूर्त-
18:42 से 20:11
प्रदोष काल- 17:36 से 20:11
वृषभ काल- 18:42 से 20:37
अमावस्या तिथि आरंभ- 12:23 (27 अक्तूबर)
अमावस्या तिथि समाप्त- 09:08 (28 अक्तूबर)