Chandigarh. शनिवार (Saturday) को पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने पिछले 2 महीने से कांग्रेस (Congress) द्वारा अपमानित किये जाने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा देकर सिद्धू और आलाकामन पर निशाना साधा है और कहा वो इन दोनों के सामने कभी नहीं झुकेंगे। पंजाब कांग्रेस के शह और मात के खेल में चल रहे सियासी घमासान के बीच कैप्टेन ने सिद्धू को डिजास्टर भी बोला।
राज्यपाल ने 2 घंटे बाद इस्तीफा मंज़ूर किया
बता दें की राज्यपाल बनवारी लाल पुरफ़िट को कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने अपने इस्तीफे के पद में लिखा की ‘मैं मुख्यमंत्री और अपने मंत्रिपरिषद के रूप में अपना इस्तीफा देता हूं।’ शनिवार को 4:30 बजे त्यागपत्र सौपने के बाद राज्यपाल ने करीब 2 घंटे 20 मिनट बाद उसको राजभवन से बयान आया की उन्होंने मंजूर कर लिया है। कैप्टन अपनी पत्नी परनीत कौर, सांसद गुरजीत सिंह औजला, रवनीत सिंह बिट्टू, एजी अतुल नंदा, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार और बेटे रणइंदर सिंह के साथ इस्तीफा देने पंजाब राजभवन पहुंचे थे।
कैप्टेन करेंगे Siddhu का विरोध
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से नवजोत सिंह सिद्धू की दोस्ती होने पर कैप्टेन अमरिंदर सिंह इसका विरोध करेंगे।
पत्रकारों से कैप्टेन ने कही ये बात
मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने पत्रकारों से कहा कि पिछले दो महीने से कांग्रेस नेतृत्व द्वारा मुझे तीन बार अपमानित किया गया। उन्होंने दो बार विधायकों को दिल्ली बुलाया और अब चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक रखी है। जाहिर है कि उन्हें (कांग्रेस आलाकमान को) मुझ पर भरोसा नहीं है और उन्हें नहीं लगता कि मैं अपना काम संभाल सकता हूं लेकिन जिस तरह हाईकमान का पूरे मामले में रुख रहा है, उससे मुझे लगता है कि मेरा अपमान हुआ है। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि अब आलाकमान जिसे चाहे प्रदेश का नेतृत्व का सौंप सकता है।
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