New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार सुबह अचानक से लेह (Leh-Ladakh) पहुंच गए हैं। कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री 15 जून को भारत-चीन की सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद की स्थिति की समीक्षा करेंगे। 15 जून को भारत के 20 सैनिकों की मौत हो गई थी। पीएम मोदी के साथ इस दौरे पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एम एम नरवणे भी मौजूद रहे।
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पीएम मोदी करीब 11 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित नीमू बेस पर मौजूद है जिसे दुनिया की सबसे ऊंची और खतरनाक पोस्ट में से एक माना जाता है. जानकारी के मुताबिक, अपने इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 14 कॉर्प्स के अधिकारियों से बात की उन्होंने लेह (Leh-Ladakh) की सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान नॉर्दन आर्मी कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह भी मौजूद रहे. पीएम (PM Narendra Modi) का यह दौरा चीन को संदेश भी है कि देश फौज के साथ खड़ा है।
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इस बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत-चीन सीमा पर तनाव के लिए चीनी आक्रामकता को ज़िम्मेदार ठहराया है. खबरों के अनुसार ट्रंप का कहना है कि ”भारत के साथ सीमा पर चीन की आक्रामकता चीन के व्यापक पैटर्न का हिस्सा है. चीन की यह आक्रामकता केवल भारत के साथ ही नहीं है बल्कि कई हिस्सों में है. इससे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का असली चेहरा पता चलता है.”
बता दे कि कोरोना महामारी के बाद से ही चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव जारी है और बॉर्डर पर लगातार गंभीर स्थिति बनी हुई है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां पर पहुंचना हर किसी को चौंकाता है. इससे पहले शुक्रवार को सिर्फ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लेह जाना था, लेकिन गुरुवार को उनके कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया. फिर तय हुआ था कि सिर्फ बिपिन रावत ही लेह जाएंगे. लेकिन अचानक पीएम के एस दौरे ने लोंगो को हिला कर रख दिया है।