नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लॉकडाउन का तीसरा चरण 4 मई से शुरू हो गया है। ये लॉकडाउन 17 मई तक चलेगा। लॉकडाउन के चलते प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए थे। अब केंद्र सरकार ने इन मजदूरों को उनके घर भेजने का ऐलान किया। इस मामले को लेकर अब बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन मजदूरों के रेल टिकट का खर्च उठाने की घोषणा की है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फैसला लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई की ओर से मजदूरों के रेल यात्रा के टिकट का खर्च उठाया जाएगा। इस बाबत सोमवार को एक बयान जारी किया गया। इस बयान में कहा गया कि सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाउन लागू होने की वजह से देश के मजदूर अपने घर वापस जाने से वंचित रह गए। 1947 के बाद देश ने पहली बार इस तरह का मंजर देखा जब लाखों मजदूर पैदल ही हजारों किमी. चलकर घर जा रहे हैं।
सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा,’ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी।’
कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी का बयान
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। pic.twitter.com/DWo3VZtns0
— Congress (@INCIndia) May 4, 2020
जानकारी के लिए बता दें देशभर में 24 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गई। इस दौरान जो मजदूर जहां थे, वहीं फंसे रह गए। अब केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दो चरण बीत जाने के बाद इन प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन चलाने को मंजूरी दी। इसको लेकर रेल मंत्रालय ने कहा कि यात्रियों के टिकट का खर्च राज्य सरकारों से लिया जाएगा, जोकि मजदूरों से ही लिया जाएगा। रेल मंत्रालय के इस फैसले की खूब आलोचना की गई।