आतंकवाद से निपटने के लिए भारत-चीन ने मिलाया हाथ, कश्मीर मुद्दे पर नहीं हुई बात

दो दिवसीय भारत दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरे दिन एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। दोनों के बीच ताज होटल कोव रिजॉर्ट में शनिवार को अनौपचारिक मुलाकात हुई।

0
1201

नई दिल्ली।। दो दिवसीय भारत दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दूसरे दिन एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। दोनों के बीच ताज होटल कोव रिजॉर्ट में शनिवार को अनौपचारिक मुलाकात हुई। यह बैठक करीब 50 मिनट तक चली, जहां दोनों नेताओं के साथ सिर्फ ट्रांसलेटर ही मौजूद थे। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापार और अंतरराष्ट्रीय तथा क्षेत्रीय मुद्दे को लेकर चर्चा हुई।

हालांकि इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई, जिसमें भारत की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस.जयशंकर, विदेश सचिव विजय गोखले मौजूद रहे।

हाबलीपुरम में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चीन और तमिलनाडु के बीच गहरे सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं। बीते 2000 सालों के अधिकांश कालखंड में चीन और भारत दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां थीं। उन्होंने कहा कि पिछले साल वुहान में अनौपचारिक शिखर वार्ता से हमारे संबंधों में नई स्थिरता आई और एक नई गति मिली। दोनों देशों के बीच कूटनीतिक आदान प्रदान भी बढ़ा है। हमारे संबंध विश्व में शांति और स्थिरता के कारक होंगे।

वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस दौरान कहा कि तमिलनाडु में हुए स्वागत से मैं काफी खुश हूं। भारत का यह दौरा हमेशा यादगार रहेगा। मेरे इस दौरे से भारत और चीन के बीच भावनात्मक जुड़ाव काफी गहरा हुआ है। कल और आज हमारे बीच काफी अच्छी बातचीत हुई। हमने एक दूसरे से दोस्त की तरह बात की।

दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों पर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम वास्तव में आपके अतिथि सतकार से अभिभूत हैं। मैंने और मेरे साथियों ने बहुत दृढ़ता से महसूस किया है। यह मेरे और हमारे लिए एक यादगार अनुभव होगा।

पीएम मोदी और शी चिनपिंग की बैठक के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच करीब 90 मिनट तक बातचीत हुई। इसके बाद मोदी ने लंच की मेजबानी की। इस समिट के दौरान दोनों नेताओं के बीच तकरीबन 6 घंटे तक वन-टू-वन बैठक हुई। वहीं, विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। हालांकि दोनों देशों ने आतंकवाद और कट्टरपंथ पर चर्चा की और इससे निपटने के उपायों पर बात की।

गौरतलब है कि इस बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग ने एक प्रदर्शनी का भी जायजा लिया। मोदी ने जिनपिंग को उनकी तस्वीर उकेरी हुई शाल भी भेंट की। मोदी पिछले साल अप्रैल में पहली अनौपचारिक बैठक के लिए चीन के वुहान गए थे। दोनों नेता बैंकॉक में 31 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच होने जा रहे आसियान समिट में भी मिलेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here