नई दिल्ली: लंबे अर्से से चले आ रहे अयोध्या विवाद का शनिवार को अंत हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के आदेश दे दिए, साथ ही मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही किसी और जगह 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया। इसके साथ ही एससी ने सरकार को 3 महीनों में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने का आदेश भी दिया।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट का निर्माण सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की तर्ज पर ही बनाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो सरकार एक हफ्ते में ही ट्रस्ट का निर्माण कर सकती है। ट्रस्ट के सदस्य के चयन और मंजूरी में प्रधानमंत्री की भूमिका भी अहम हो सकती है
ये भी पढ़ें- SC ने अयोध्या पर सुनाया ऐतिहासिक फैसला, यादगार बन गया CJI का नाम…
सूत्रों के अनुसार अयोध्या मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की संख्या सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की संख्या से ज्यादा की जा सकती है। सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट में अभी केवल 6 सदस्य हैं । अयोध्या मंदिर ट्रस्ट में राम जन्मभूमि न्यास, निर्मोही अखाड़ा, कुछ बड़े धर्मगुरु, कुछ समाज के वरिष्ठ नागरिक और राम मंदिर से जुड़े संगठनों को इसमें शामिल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि अयोध्या रामजन्मभूमि विवाद काफी सालों से चला आ रहा था। जिसे सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक मध्यस्थता कमेटी की गठन किया। हालांकि, इस मामले में मध्यस्थता कमेटी फेल रही, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में रोजाना 40 दिन तक सुनवाई हुई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। शनिवार को एससी ने अपना अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन केंद्र सरकार के अधीन रहेगी। जबकि मुस्लिम पक्ष को कहीं और 5 एकड़ जमीन दी जाएगी।