New York: चीन की कंपनी बाइटडांस (Bytedance) ने अमेरिका में अपने वीडियो शेयरिंग ऐप (Video sharing app) टिकटॉक (TikTok) के ऊपर पाबंदी लगाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की सरकार के फैसले को अदालत (TikTok Files Lawsuit) में चुनौती दी है। उसने राष्ट्रपति ट्रम्प, वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस और वाणिज्य विभाग के खिलाफ कैलिफोर्निया की एक अदालत में मामला दायर किया है।
भारत के बाद अब अमेरिका ने भी लगाया Chinese App TikTok पर बैन
चीन की कंपनी ने रविवार को कहा कि वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टिकटॉक ऐप के साथ किसी तरह के अमेरिकी लेनदेन पर रोक के आदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज (TikTok Files Lawsuit) करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी अमेरिका में अपना कारोबार बंद करने की भी तैयारी कर रही है। ट्रंप ने छह अगस्त को टिकटॉक और वीचैट पर प्रतिबंध लगाकर सरकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। अमेरिकी प्रशासन का कहना था कि ये ऐप देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
कंपनी ने अपनी याचिका में अदालत से सरकार के अभेद्य प्रतिबंध से सुरक्षा की मांग की है। राष्ट्रपति ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे के आधार पर अगस्त में टिकटॉक को लेकर दो कार्यकारी आदेश जारी किए थे। इसमें एक आदेश यह था कि बाइटडांस के साथ किसी भी तरह के लेनदेन पर प्रतिबंध है, जो 45 दिन के भीतर प्रभावी हो जाएगा। दूसरा बाइटडांस को अमेरिका में टिकटॉक की मदद करने वाली परिसंपत्तियों को बेचना होगा।
क्या Chinese App TikTok ने देश में एक बार फिर दी दस्तक?
बता दें कि अमेरिका से पहले टिकटॉक को भारत में भी प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। वहीं बाइटडांस कंपनी ने कहा है कि ट्रंप सरकार ने बिना किसी सबूत या पूरी प्रक्रिया का पालन किए बगैर उस पर प्रतिबंध का आदेश जारी कर दिया। जिसके बाद कंपनी ने अमेरिकी यूजर डाटा की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाए। लेकिन उसके इन प्रयासों को नजरअंदाज किया है। टिक टॉक ने इस बैन को एक चुनावी समझौता बताया है।