नई दिल्ली। पब्लिक प्लेस में नवजात शिशुओं को ब्रेस्टफीड (स्तनपान) कराने के लिए अक्सर महिलाओं कों किसी कोनें, किसी चीज के आड़ की जरूरत होती है, जहां वों अपने बच्चों को स्तनपान करा सके। लेकिन अक्सर महिलाओं को ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है जब वो पब्लिक प्लेस में खुले में अपने बच्चों को स्तनपान कराने को मजबूर होती है। उनके लिए वहां ऐसी कोई व्यवस्था या कोई जगह नही होती जहां वों बिना किसी झिझक के अपने बच्चों को स्तनपान करा सके।
यह स्थिति सिर्फ आम महिलाओं के साथ ही नही होता, बल्कि देश की बड़ी हस्तियों और अभिनेत्रियों को भी ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। हाल ही में बालीवुड अभिनेत्री नेहा धूपिया ने एक इंटरव्यू में ऐसी ही एक वाक्ये का जिक्र किया जब उन्हें अपनी 10 माह की बेटी को टॉयलेट बैठकर ब्रेस्टफीड (स्तनपान) करना पड़ा था।
अपने इस इंटरव्यू में नेहा ने बताया, “मैंने एयरप्लेन के टॉयलेट, पेड़ के पीछे, कार के अंदर, क्लोजअप के लिए चेहरे के सामने कैमरा के साथ अपनी बेटी मेहर को ब्रेस्टफीड कराया है. लेकिन मुझे लगता है कि हमें अपने बच्चों को ब्रेस्टफीड कराने के लिए बेहतर जगह चाहिए। मैं क्यों अपने बच्चे को टॉयलेट के अंदर खाना दूं.”।
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उन्होंने आगे कहा, “ब्रेस्टफीडिंग बच्चों को हेल्दी रखने का सबसे सेहतमंद जरिया है लेकिन लोगों को किसी के लिए जजमेंटल नहीं होना क्योंकि हर महिला या कहें मां के लिए परिस्थितियां अलग-अलग हो सकती है.”।
पब्लिक प्लेस वाले जगहों पर ब्रेस्टफीड के लिए एक पर्याप्त जगह की मांग देश की महिलाओं द्वारा अक्सर की जाती रही है। जहां महिलाएं बेझिझक बच्चों को स्तनपान करा सकें। लेकिन किसी भी सरकार द्वारा अब तक इस गंभीर मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया गया है।