साल 2018 से तालिबानी आतंकियों की कैद में फंसे तीन भारतीय इंजीनियरों की रिहा कर दिया है। अफगान तालिबान ने अपने 11 सदस्यों के बदले ही तीन भारतीय इंजीनियरों को रिहा किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह अदला-बदली रविवार को किसी गुप्त स्थान पर हुई, जिसकी जानकारी का खुलासा नहीं हुआ है।
छोड़े गए 11 आतंकियों में शेख अब्दुर रहीम और मौलावी अब्दुर राशिद शामिल हैं, जिन्हें अमेरिका ने रिहा किया है। 2001 में अमेरिका के हस्तक्षेप से पहले इन दोनों नेताओं ने क्रमश: कुनूर और निमरोज प्रांत के गवर्नर का पद संभाला है।
वैसे इनकी रिहाई तालिबान और अमेरिका के बीच जारी बातचीत का नतीजा है। इस्लामाबाद में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक हुई जिसमें तालिबान के हिरासत में कैद तीन भारतीय इंजीनियरों की रिहाई का मुद्दा उठा।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान के एक पावर प्रोजेक्ट में काम करने वाले 3 भारतीयों का तालिबान द्वारा 2018 में अपहरण कर लिया गया था। अमेरिका सेना ने 11 तालिबानी बंदियों को बगराम एयरबेस से रिहा किया है।
भारतीय कैदियों की रिहाई की पुष्टि अफगान तालिबान द्वारा की जा रही है, लेकिन अफगान सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
वहीं दूसरी तरफ, भारत सरकार को भी भारतीय इंजीनियरों की रिहाई के कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन यह जानकारी उनकी संज्ञान में भी आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत सरकार अफगानिस्तान सरकार के संपर्क में हैं।
वहीं जानकारी ये भी मिल रही है कि अमेरिकी प्रतिनिधियों ने तालिबान से तीन भारतीय इंजीनियरों के साथ एक अमेरिकी और एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक सहित कम से कम पांच विदेशी कैदियों की रिहाई की मांग की थी, जिसके बदले में तालिबान के नेताओं की रिहाई की जानी थी। फिलहाल अफगान अधिकारियों की ओर से भारतीय इंजीनियरों की रिहाई की पुष्टि की जानी अभी बाकी है।