प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के दौर पर थाइलैंड पहुंचे। पीएम मोदी ने अपनी यात्रा के पहले दिन बैंकॉक के निमिबत्र स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत हमेशा की तरह नमस्कार, केम छो, वडक्कम बोलकर की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारतीयों ने थाइलैंड को अपने रंग में रंग दिया है। यहां पर भारत के पूर्वी हिस्से से काफी लोग आए हैं। भारत में आज छठ का पर्व मनाया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत-थाइलैंड के बीच संबंधों को बताते हुए कहा, ”हमारे रिश्ते सरकारों के कारण नहीं है। इतिहास की हर घटना ने हमारे संबंधों को गहरा किया है। नई ऊंचाईंयों पर पहुंचाया है, हमारे रिश्ते दिल के हैं। आध्यात्म के हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमारा जुड़ाव हजारों साल पुराना है। भारत के दक्षिण पूर्वी और पश्चिमी तट हजारों साल पहले दक्षिण पूर्वी एशिया के साथ समुद्र के साथ जुड़े हैं। हमारे नाविकों ने हजारों मील का रास्ता तय कर संस्कृति और समृद्धि के सेतु बनाएं हैं। वह आज भी विद्धमान हैं।’
पीएम मोदी ने कहा, ”भगवान राम की मर्यादा और बुद्ध की करुणा हमारी साझी विरासत है। गरुड़ के प्रति थाइलैंड में गहरी आस्था है। हम भाषा के जरिए भी एक दूसरे से जुड़े हैं। भारतीय जहां भी रहते हैं, उनमें भारतीयता रहती है। जब भारतीयों की तारीफ होती है, तो मुझे गर्व की अनुभूति होती है। पूरे विश्व में भारतीय समुदाय की ये छवि हर हिंदुस्तानी के लिए बहुत गर्व की बात है। इसके लिए विश्व भर में फैले हुए आप सभी बंधु बधाई के पात्र हैं। मुझे इस बात की खुशी होती है, विश्व में जहां भी भारतीय रहते हैं, वह भारत के संपर्क में रहते हैं।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज 130 करोड़ भारतीय न्यू इंडिया के निर्माण में लगे हैं। आज लोगों को भारत में परिवर्तन साफ दिखाई देते होंगे। इसी का परिणाम है कि इस बार के चुनाव में लोगों ने मुझे एक बार फिर चुना है। इस बार सबसे अधिक 60 करोड़ लोगों ने वोट डाले हैं। ये लोकतंत्र की सबसे बड़ी घटना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, लोगों को हैरत होती है कि इतने बड़े चुनाव होते कैसे हैं। पहली बार महिला मतदाता पुरुषों के बराबर वोट कर रही हैं। 6 दशक बाद देश में ऐसा हुआ जब पांच साल काम करने के बाद सरकार को ज्यादा बहुमत प्राप्त हुआ। ऐसा पिछले 5 साल में भारत की उपलब्धियां की वजह से हुआ। लेकिन इसका एक अर्थ ये भी है कि भारत की आकांक्षाएं और बढ़ गई हैं। जो काम करता है, उसे लोग और काम मांगते हैं। जो काम नहीं करता उसके दिन गिनते रहते हैं।
मोदी ने कहा, अब हम उन लक्ष्यों को हासिल करने के काम कर रहे हैं जो कभी असंभव लगते थे, जिनके बारे में कहा जाता था कि ये हो नहीं सकते है। आप सभी इस बात से परिचित हैं कि आतंक और अलगाव के बीज बोने वाले बहुत बड़े कारण से मुक्त होने का काम भारत ने किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 पर बोलते हुए कहा, जब इरादा सही होता तो इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती है। लोगों ने पीएम की इस बात पर मोदी मोदी के नारे नारे लगाते हुए उन्हें स्टेंडिंग ओवेशन दिया। इस पर पीएम मोदी ने कहा, ये सम्मान भारत के सांसदों और संसद का है।
मोदी ने संत थिरुवल्लुवर को याद करते हुए कहा, उन्होंने कहा था कि संत योग्य व्यक्ति जो धन अपने परिश्रम से कमाते हैं, उसे दूसरों की भलाई में लगाते हैं। भारत इसी बात से प्रेरणा लेता है। पीएम मोदी ने कहा गुरुनानक देवजी का 550वां प्रकाशपर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा।
हमारी सरकार ने आशियान देशों के बीच रिसर्च के लिए आशियान देशों के 1 हजार युवाओं को फैलोशिप देने का पैसला लिया है। मोदी ने कहा 5 सालों से हमने दुनिया भर में बसे भारतीयों के लिए सरकार हमेशा मौजूद रहे। इसलिए ओसीआई कार्ड को और फ्लेक्सिबल बनाया जाएगा। हमारी एंबेसी आपके लिए 24 घंटे उपलब्ध है। हम इस दिशा में और काम कर रहे हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री के स्वागत में स्टेडियम में सवासदी पीएम मोदी (swasdee PM Modi) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व से पहले पीएम मोदी ने एक सिक्का भी जारी किया है।
PM Narendra Modi at #SawasdeePMModi event in Bangkok, Thailand: We are fortunate that India has shown our gratitude to her through Padma Bhushan award and Sanskrit Samman. https://t.co/zRdqaP3tTJ
— ANI (@ANI) November 2, 2019
अपने संबोधन से पहले पीएम मोदी ने स्टेडियम में मौजूद स्कूली बच्चों से मुलाकात की। उनके स्वागत में आए सैकड़ों लोगों का भी पीएम मोदी ने अभिवादन किया। थाइलैंड में पीएम मोदी आशियान देशों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि भारत आरसीईपी समझौते पर भी हस्ताक्षर कर सकता है। हालांकि, कांग्रेस आरसीईपी समझौते पर हस्ताक्षर करने का विरोध कर रही है।