ज्योतिष के मुताबिक, 12 राशियों होती हैं, इनकी मदद से यह पता चलता है कि किस रासि के जातक का दिन कैसा होगा ? ज्योतिष में ग्रहों की चाल से शुभ और अशुभ घड़ियां बनती हैं। ये हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं। आइए जानते हैं आज यानी कि 20 अक्टूबर का राशिफल
देखिए 20 अक्टूबर का पंचांग…
दिन: रविवार, कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष, षष्ठी का राशिफल।
20 अक्टूबर का का दिशाशूल: पश्चिम।
20 अक्टूबर का राहुकाल: सायं 04:30 बजे से सायं 06:00 बजे तक।
20 अक्टूबर की भद्रा: प्रात: 07:30 बजे से सायं 07:08 बजे तक।
20 अक्टूबर का राशिफल-
मेष- किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा। धार्मिक प्रवृत्ति में वृद्धि होगी। दाम्पत्य जीवन सुखमय होगा। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद होगी।
वृष- शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य मिलेगा।
मिथुन- व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा, लेकिन मन अज्ञात भय से ग्रसित रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
कर्क- कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे प्रतिष्ठा प्रभावित हो। शारीरिक और मानसिक पीड़ा का योग है, जबकि संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में प्रगति होगी।
सिंह- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। रिश्तों में मधुरता आएगी। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद रहेगी। किया गया पुरुषार्थ सार्थक होगा।
कन्या- निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी। गृह कार्य में व्यस्त रहेंगे। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
तुला- आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। शासन सत्ता से सहयोग मिलेगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी।
वृश्चिक- जीविका के क्षेत्र में प्रगति होगी। किसी कार्य के संपन्न होने से आत्मबल बढ़ेगा। शासन सत्ता का सहयोग रहेगा। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होंगे।
धनु- जीवनसाथी का सहयोग और सानिध्य मिलेगा। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
मकर– स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। मन अशांत रहेगा। विरोधी सक्रिय हो सकता है। तुलसी का पूजन करें। पिता या संबंधित अधिकारी से सहयोग मिलेगा।
कुंभ- व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी। आर्थिक मामलों में जोखिम न उठाएं। स्वास्थ्य एवं प्रतिष्ठा के प्रति सचेत रहें। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होंगे।
मीन- गृह उपयोगी वस्तुओं में वृद्धि होगी। पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी।