New Delhi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) का लद्दाख (Ladakh) दौरा स्थगित हो गया है। वह शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ लद्दाख जाने वाले थे। लद्दाख में रक्षा मंत्री को चीनी सेना के साथ सीमा पर गतिरोध के मद्देनजर भारत की सैन्य तैयारियों का जायजा लेना था। अब उनके कार्यक्रम को दोबारा तैयार किया जा रहा है। अगर रक्षा मंत्री शुक्रवार को लद्दाख जाते तो भारत-चीन की सेनाओं के बीच गतिरोध के दौरान उनका पहला लद्दाख दौरा होता।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ लद्दाख (Ladakh) जाने वाले थे। सेना प्रमुख नरवणे ने 23 और 24 जून को लद्दाख का दौरा किया था जिस दौरान उन्होंने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठकें की थीं। इससे पहले जनरल नरवणे ने 22 मई को लेह का दौरा किया था। रक्षा मंत्री लद्दाख में तैनात जवानों से मिलने और गलवान के वीरों से मिलने लेह के अस्पताल जाने वाले थे. वहीं चीन से झड़प में घायल हुए जवानों से भी मुलाकात करने और उनका हौसला बढ़ाने वाले थे, लेकिन फिलहाल के लिए पूरे दौरे को टाल दिया गया है.
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आपको बता दे कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच पिछले सात हफ्तों से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में कई जगहों पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। 15 जून की रात को गलवान घाटी में हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद तनाव और बढ़ गया। इस झड़प में चीन के सैनिक भी हताहत हुए लेकिन पड़ोसी देश ने अभी तक उनकी संख्या नहीं बताई है।
बताया जा रहा है की रक्षामंत्री का लद्दाख दौरा अब ऐसे समय में होगा जब भारत पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास अपने सैनिकों और शस्त्रों की तादाद बढ़ाएगा। गलवान घाटी में संघर्षों के बाद सेना ने हजारों अतिरिक्त सैनिकों को सीमा पर अग्रिम क्षेत्रों में भेजा है और भारी हथियार भी पहुंचाए है।