Lok Sabha Sansad: 8 फरवरी यानि बुधवार को हैदराबाद के सांसद और एआईएआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने लोकसभा संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है, संसद में ओवैसी ने कहा, ‘क्या मोदी सरकार तिरंगे से हरे रंग को हटा देगी? आखिर हरे रंग से इस सरकार को इतनी समस्या क्यों है?’ साथ ही उन्होंने सरकार से पूछा, ‘क्या पीएम मोदी चीनी घुसपैठ पर कुछ बोलेंगे? बिलकिस बानो को कभी न्याय मिलेगा?’ ओवैसी ने संसद में केंद्रीय बजट 2023 में अल्पसंख्यक योजनाओं के लिए आवंटित किए जाने वाले फंड में कमी करने को लेकर भी भाजपा सरकार पर सवाल उठाया और उनकी आलोचना भी की है.
‘यहां से मुगल पैसा लेकर भागे?’
बजट 2023-24 में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के लिए आवंटित बजट में 38 प्रतिशत की कमी की गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस देश में मुसलमान पढ़ें ये भाजपा सरकार नहीं चाहती. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कांग्रेस और बीजेपी ने भारत में कुलीनतंत्र को जन्म दिया है. जो लोग देश से बेहिसाब दौलत लेकर भागे हैं, क्या उस लिस्ट में मुगलों का नाम है? लेकिन आप कुछ नहीं बोलेंगे.’
‘अगर हिंडनबर्ग भारत में होता तो…’
उन्होंने आगे कहा, की ‘अगर हिंडनबर्ग भारत में होता, तो उसे गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम का सामना करना पड़ता और मैं ये बात बहुत हल्के तौर पर कह रहा हूं.’ न्यूयॉर्क स्थित निवेशक अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी के नेतृत्व वाली कंपनियों पर स्टॉक के हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है.
यूएपीए एक आतंकवाद विरोधी कानून है, यह 180 दिनों तक बिना जुर्माने के हिरासत में रखने की अनुमति देता है, इसे असाधारण परिस्थितियों के लिए तैयार किया गया है. 2019 में यूएपीए में किए गए बदलाव ने केंद्र सरकार को बिना किसी मुकदमे के किसी भी व्यक्ति को ‘आतंकवादी’ के रूप में बताकर उसे परेशान की शक्ति दी है.
ओवैसी ने कहा, ‘मेरा अनुरोध है कि पूजा स्थल अधिनियम को भंग नहीं करना चाहिए. पीएम को चीन से डरना नहीं चाहिए उनका सामना करना चाहिए और भारत में अल्पसंख्यकों का बजट बढ़ाना चाहिए.’