ये कैसा अंधविश्वास ! पांच दिन तक बेटी के शव के साथ रहे परिवार के लोग

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Prayagraj Superstition Case

Prayagraj Supersition Case: प्रयागराज जिले के करछना थाने के अंतर्गत डीहा गांव से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां परिवार वाले अपनी बेटी के शव के साथ पांच दिन तक घर के भीतर बंद रहे। 17 साल की बेटी अंतिमा यादव की मौत के बाद परिवार वाले शव के साथ पांच दिन तक घर के भीतर बंद रहे। इतना ही नहीं परिजनों ने शव के साथ झाड़-फूंक की।

पिता को छोड़कर सभी लोग मानसिक रूप से बीमार

आश्चर्य की बात यह थी कि परिवार में पिता को छोड़कर सभी लोग मानसिक रूप से बीमार थे। कई महीनों से ये लोग खाना नहीं खा रहे थे। केवल गंगाजल पीकर रह रहे थे। बड़ों ने अपने साथ छोटे-छोटे बच्चों को भी शामिल किया गया। घर के अन्दर से बदबु आने के बाद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। मौके पर करछना थाना, औद्योगिक थाना  के साथ पुलिस मौके पर पहुंची तो। जो कुछ पुलिस ने देखा उसके बाद हड़कंप मच गया, गांव में भारी भीड़ जमा हो गई।

बेटी बीनू करती थी परिजनों के साथ मारपीट

पुलिस के अनुसार डीड़ा गांव निवासी अभयराज यादव पुत्र राम-लखन का परिवार डीडा उपरहार में रहता है। अभयराज यादव के परिवार में तीन बेटे और पांच बेटीयां हैं। चार बेटियो की शादी हो चुकी है। बाकी तीन बेटे और एक बेटी की शादी होनी बाकी थी। चौथी नम्बर की बेटी बीनू शादी के बाद जब से ससुराल से आई थी तब से मानसिक रूप से बीमार होने के कारण पूरे परिवार के साथ मारपीट करती थी और देवी देवताओं का नाम से सभी को परेशान करती थी।

देवी का नाम लेकर पिलाती थी सिर्फ गंगाजल

सभी लोगो को बिना खाने-पानी के रखती थी। लगभग एक साल पहले अभयराज यादव अपनी पत्नी विमला देवी के साथ परिवार की बड़ी बेटी मीरा 35, रेखा 33,  रीनू 28, बीनू 26 और तीन बेटे आर्यन 25 , मान 23, ज्ञान 21, अंतिमा 17 के साथ खुशहाली से रहते थे। लेकिन साल भर से जब से बीनू ससुराल से घर आई है तब से लेकर मानसिक रूप से बीमार रहती थी जिसके बाद से ही पूरे परिवार को देवी का नाम लेकर सिर्फ गंगाजल पिला (Prayagraj Supersition Case) कर रखती थी जिसके कारण सभी लोग बीमारी से ग्रस्ति हो गए।

बीनू ने पिता को बनाया बंधक

बीनू ने अपने पिता को भी बंधक बनाकर कमरे में बंद कर दिया था। एक दिन पहले पड़ोस में रहने वाले को देखा तो अभय राज ने आवाज लगाई जिसके बाद लोग इकट्ठा हुए और खिड़की तोड़कर कर अभयराज को बाहर निकाला गया। जिसके बाद पिछली सुबह कमरे के अंदर से बदबू आने लगी तो आसपास के लोगों ने इस बात की जानकारी ग्राम प्रधान व जिला पंचायत सदस्य विजय बाबू यादव को दी। उसके बाद जानकारी थाना प्रभारी टीकाराम वर्मा को दी गई, खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, तो हड़कंप मच गया।

पुलिस के आने तक रची जा रही थी तंत्र विद्या

थाना प्रभारी औद्योगिक और थाना करछना एस आई अखिलेश राय, लवकुश वर्मा के साथ पुलिस डीहा उपरहार अभय राज के घर पहुंचे तो नजारा देखकर दंग रह गए। घर के अन्दर लाश पड़ी है और तंत्र विद्या का ढोंग रचा हुआ है लाश के चारों तरफ मिट्टी का टीला बनाकर झाड़-फूंक (Prayagraj Supersition Case) कर रहे थे। पुलिस को देखते ही बीनू जोर-जोर से हल्ला मचाने लगी, जिसके बाद आसपास के लोग भारी संख्या में इकट्ठा हो गए। लगभग एक घंटे बाद सीओ करछना राजेश कुमार यादव पहुंचे और जानकारी आला अधिकारियों को दी गई। जिसके बाद देर शाम एसडीएम करछना अमृता सिंह, एसपी जमुनापार सौरव दीक्षित एडीएम सिटी के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करछना के अधिक्षक की टीम मौके पर पहुंची और सभी का उपचार के लिए भर्ती कराया गया। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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