नई दिल्ली। बजट सत्र के छठे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में सदन को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान पीएम मोदी ने 1950 में नेहरू-लियाकत समझौते का जिक्र किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने ननकाना साहिब का उदाहरण देते हुए कहा कि पाकिस्तान में अब भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है।
संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता भारत-पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों के संरक्षण के लिए हुआ था। इस समझौते में धार्मिक अल्पसंख्यकों का जिक्र हु्आ था। लेकिन कई दशक बाद भी पाकिस्तान की सोच नहीं बदली है, वहां अब भी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, इसका ताजा उदाहरण ननकाना साहिब में देखने को मिला।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘हमें याद दिलाया जा रहा है कि जय हिंद का नारा देने वाले मुस्लिम भाई ही थे, लेकिन कांग्रेस की नजर में ये लोग हमेशा से ही सिर्फ और सिर्फ मुस्लिम थे। लेकिन हमारे लिए वो केवल भारतीय हैं और हिंदुस्तानी है।’ पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके जैसे दलों ने जिस दिन भारत को भारत की नजर से देखना शुरु किया उस दिन उन्हें अपनी गलती का एहसास हो जाएगा।
सीएए को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि इसे लाने की इतनी जल्दी क्या थी? वहीं, कुछ माननीय सदस्यों ने कहा कि हम देश को तोड़ना चाहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये वही लोग हैं जो देश के टुकड़े-टुकड़े करने वालों के बगल में खड़े होकर फोटो खिंचवाना पसंद करते हैं। पीएम ने कहा कि जब मेरे बारे में लोग कुछ गलत बोलते हैं तो अब मुझे बुरा नहीं लगता है क्योंकि मुझे इतना कुछ कहा जाता है।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संविधान बचाने की बात कांग्रेस को दिन में 100 बार बोलनी चाहिए, ये तो उनका मंत्र होना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान के साथ कब क्या हुआ, अगर इसका महत्व समझते तो संविधान के साथ ये न हुआ होता। इसलिए जितनी बार आप संविधान बोलोगे, कुछ चीजें आपको अपनी गलतियों का एहसास करा देंगी।