New Delhi: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज अयोध्या (PM Modi in Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण की नींव रख दी है। पीएम मोदी ने (PM Modi in Ayodhya)चांदी की ईंट रखने के बाद कहा कि आज करोड़ों भारतीयों की अभिलाषा, आशा पूरी हुई। आज के इस पवित्र अवसर पर सभी को कोटि-कोटि बधाई। उन्होंने कहा कि आज के दिन की गूंज पूरे विश्व में सुनाई दे रही है।
Ayodhya Ram Mandir Live Update: जानें राम मंदिर के भूमि पूजन से जुड़ी हर एक अपडेट
भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित (PM Modi in Ayodhya) किया। पीएम मोदी ने सबसे पहले अपने भाषण में ‘सियावर रामचंद्र की जय’ के नारे लगाए और उसके बाद अपना भाषण शुरू किया। पीएम ने कहा कि राम की शक्ति देखिए इमारतें टूटीं पर उनका अस्तित्व नहीं टूटा। आज सदियों का सपना पूरा हुआ।
आइए जानतें हैं पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें-
1. पीएम ने कहा बरसों से टाट और टेंट के नीचे रह रहे हमारे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा। टूटना और फिर उठ खड़ा होना। सदियों से चल रहे इस व्यतिक्रम से रामजन्मभूमि आज मुक्त हो गई हैं।
2. उन्होंने कहा राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था तर्पण भी था। संघर्ष था। जिनके त्याग, बलिदान और संघर्ष से आज ये सफल हो रहा है, मैं उन सब लोगों को 120 करोड़ देशवासियों की तरफ से सिर झुकाकर नमन करता हूं।
3. राम हमारे मन में गढ़े हुए हैं। हमारे भीतर घुलमिल गए हैं। कोई काम करना हो तो प्रेरणा के लिए हम भगवान राम की ओर ही देखते हैं। आप भगवान राम की अदभुत शक्ति देखिए। इमारते नष्ट हो गईं, क्या कुछ नहीं हुआ अस्तित्व मिटाने का हर कोई प्रयास हुआ। लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हुए हैं।
4. पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी के कालखंड में आजादी के लिए आंदोलन चला है, 15 अगस्त का दिन उस आंदोलन का और शहीदों की भावनाओं का प्रतीक है। ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई-कई सदियों तक पीढ़ियों ने प्रयास किया है, आज का ये दिन उसी तप-संकल्प का प्रतीक है। राम मंदिर के चले आंदोलन में अर्पण-तर्पण-संघर्ष-संकल्प था।
5. इसके बाद उन्होंने कहा कि, यहां आने से पहले, मैंने हनुमानगढ़ी का दर्शन किया। राम के सब काम हनुमान ही तो करते हैं. राम के आदर्शों की कलियुग में रक्षा करने की जिम्मेदारी भी हनुमान जी की ही है। हनुमान जी के आशीर्वाद से श्री राममंदिर भूमिपूजन का ये आयोजन शुरू हुआ है।
6. श्रीराम भारत की मर्यादा हैं। श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। इसी आलोक में अयोध्या मे राम जन्मभूमि पर श्रीराम के इस भव्य, दिव्य मंदिर के लिए आज भूमि पूजन हुआ है।
7. राममंदिर के निर्माण की ये प्रक्रिया, राष्ट्र को जोड़ने का उपक्रम है। ये महोत्सव है-विश्वास को विद्यमान से जोड़ने का,नर को नारायण से, जोड़ने का,लोक को आस्था से जोड़ने का,वर्तमान को अतीत से जोड़ने का और स्वयं को संस्कार से जोडऩे का है।
8. कोरोना से बनी स्थितियों के कारण भूमिपूजन का ये कार्यक्रम अनेक मर्यादाओं के बीच हो रहा है। श्रीराम के काम में मर्यादा का जैसा उदाहरण प्रस्तुत किया जाना चाहिए, देश ने वैसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है। जैसे पत्थरों पर श्रीराम लिखकर रामसेतु बनाया गया, वैसे ही घर-घर से,गांव-गांव से श्रद्धापूर्वक पूजी शिलाएं, यहां ऊर्जा का स्रोत बन गई हैं।
9. जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों। भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों। भारत की आस्था में राम हैं, भारत के आदर्शों में राम हैं! भारत की दिव्यता में राम हैं, भारत के दर्शन में राम हैं।
10. पीएम मे कहा कि मुझे विश्वास है कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा। मुझे विश्वास है कि यहां निर्मित होने वाला राममंदिर अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा।