नई दिल्ली: आजकल की बिजी लाइफ में कामकाजी महिलाएं अक्सर न तो खुद पर ध्यान दे पाती हैं और न ही बच्चों पर। खासकर बच्चों के खानपान में लापरवाही करने से बच्चों को कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा होता है, जिनमें मोटापा, कम वजन और एनीमिया जैसी बीमारी आम हैं। इन समस्याओं को देखते हुए यूनिसेफ ने डाइट प्लान वाली एक किताब प्रस्तुत की है। किताब में बताया गया है कि बच्चों को क्या खिलाया जाए, ताकि वो स्वस्थ रहें।
यूनिसेफ ने जो किताब प्रस्तुत की है उसका नाम ‘उत्तपम से लेकर अंकुरित दाल के पराठे’ है। 28 पन्नों की इस किताब में ताजे भोजन और उसे बनाने में कुल खर्च को विस्तृत तरीके से बताया गया है। इसके साथ ही सभी व्यंजनों की कैलोरी मात्रा के अलावा प्रोटीन, आयरन, विटामिन सी, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फाइबर की भी जानकारी दी गई है।
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बता दें कि यूनिसेफ द्वारा प्रस्तुत की गई ये पुस्तक समग्र राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण 2016-18 के निष्कर्षों पर आधारित है। इस पुस्तक में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक पांच साल से कम उम्र के 35 फीसदी बच्चे कमजोर, 17 फीसदी बच्चे मोटापा से ग्रस्त और 33 फीसदी बच्चे सामान्य से कम वजन वाले होते जा रहे हैं। इस किताब में बच्चों को आमतौर पर होने वाले रोगों से बचाव के लिए उचित आहार के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है।