MCD Election: दिल्ली के मेयर और स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव कराने को लेकर सोमवार को तीसरी बैठक भी हंगामें के साथ शुरू हुई। एक बार फिर मनोनीत सदस्यों के मामले पर चुनाव के दौरान शोर-शराबा देखने को मिला रहा हैं। जिसके बाद नगर निगम की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। बता दें कि पिछले दो प्रयासों के बाद आज दिल्ली को नया मेयर मिलने की संभावना थी। दो बार मतदान प्रक्रिया हंगामे की भेंट चढ़ गई थी और दिल्ली को नया मेयर नहीं मिल सका था। आज मेयर मिलने की उम्मीद थी लेकिन हंगामें की वजह से नगर निगम में कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
दिल्ली नगर निगम को मेयर और डिप्टी मेयर आज भी नहीं मिल सका। 6 जनवरी और 24 जनवरी के बाद तीसरी बार आज 6 फरवरी को भी दिल्ली के मेयर का चुनाव नहीं हो सका।
पीठासीन अधिकारी ने आगे कहा कि, जनता ने उन्हें दिल्ली की सेवा करने के लिए भेजा है, बार-बार हंगामा करना ठीक नहीं। इसके बाद भी जब पार्षदों का हंगामा नहीं रुका तो सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस बीच सभी सदस्यों को तीन तरह के मत पत्र दिए जा रहे हैं। एक से मेयर, एक से डिप्टी मेयर और तीसरे से स्थाई समिति के सदस्यों को वोट दिया जाएगा। तीनों चुनाव एक साथ कराए जाएंगे।
पीठासीन अधिकारी ने क्या कहा ?
अधिकारी ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट के 2016 के फैसले में साफ कहा गया है कि एल्डरमैन मेयर चुनाव में वोट डाल सकते हैं। आप नेता दुर्गेश पाठक ने भाजपा के आरोप पर कहा है कि, दिल्ली में किसी भी गली में चले जाओ, वहां चर्चा है कि मेयर मिलेगा कि नहीं। आखिर ये चर्चा क्यों है? चुनाव हो गया। आम आदमी पार्टी को बहुमत मिल गया। 2 से ढाई महीने हो गए, फिर भी मेयर नहीं मिला। जो पार्टी चुनाव हारी है, उसके मन में चोर है। वो अपनी हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रही। कोई न कोई बहाना लेकर मेयर चुनाव को स्थगित कराना चाहती है।