कश्मीर मामले में पाकिस्तान के साथ आए मलेशिया की भारत ने हवा निकाल दी है। दरअसल, पाकिस्तान-मलेशिया की दोस्ती के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाकर साफ तौर पार संदेश दे दिया था।
भारत के रुख को देखते हुए मलेशिया ने उसके समक्ष आयात का प्रस्ताव रखा है। दरअसल, मलेशिया नाराजगी को दूर करने के लिए चीनी और भैंस के मांस के आयात को बढ़ाने का प्रस्ताव दे रहा है। वहीं खाद्य तेल आयात मामले में भारत इंडोनेशिया को मलयेशिया से अधिक तवज्जो दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि कश्मीर मामले में भारत सरकार के फैसले की संयुक्त राष्ट्र में आलोचना हुई, जिसके बाद भारत ने मलयेशिया के साथ द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने का फैसला किया। इसी क्रम में मलेशिया से खाद्य तेल का सबसे बड़े आयातक भारत ने इंडोनेशिया से आयात (खरीदना) बढ़ाने का संकेत दिया था।
भारत की नाराजगी के बाद व्यापारियों ने मलेशिया की जगह इंडोनेशिया से खाद्य तेल खरीदना शुरू कर दिया। भारत के खाद्य तेल आयात के फैसले से मलेशिया घबरा गया, अब मलेशिया ने चीनी और भैंस के मांस का आयात बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है।
जानकारों के अनुसार, मलेशिया द्वारा पाकिस्तान का साथ देने के बाद भारत का फिलहाल उसके प्रति रुख बदलना संभव नही है। इसकी खास वजह है कि भारत के पास उतनी ही दरों पर इंडोनेशिया से खाद्य तेल आयात करने का विकल्प है।