मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर (Palghar Mob Lynching) में दो साधु और उनके ड्राईवर की हुई मॉब लिंचिंग पर अब उद्धव ठाकरे सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। इस मामले में कुल 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 101 लोगों को पुलिस कस्टडी में भेजा गया है, वहीं बाकी नाबालिगों को जुवेनाइल सेंटर होम भेजा गया है।
सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश
साधु की मॉब लिंचिंग (Palghar Mob Lynching) के इस मामले को लेकर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रविवार को इसकी जानकारी देते हुए ये चेतावनी भी दी कि इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश न करें।
A video related to incident is viral on social media, in which it can be seen that villagers damaged car of the deceased using sticks, stones&other objects. Police reached spot immediately but still villagers continued to attack the three men: K Shinde,District Magistrate,Palghar pic.twitter.com/yyfn8bsEfL
— ANI (@ANI) April 19, 2020
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क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक बीते गुरुवार को देर रात करीब 200 लोगों ने दो साधु और एक ड्राईवर की मॉब लिंचिंग कर दी। पुलिस के मुताबिक लोगों ने इको वैन में बैठे दो साधु और उनके ड्राईवर को चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला। कासा पुलिस थाने के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर आनंदराव काले ने बताया कि जब गुस्साई भीड़ ने साधुओं की गाड़ी को दधाडी-खानवेल रोड पर गधचिंचाले गांव के नजदीक रोका, तब वैन नासिक से आ रही थी। बताया जा रहा है कि ये साधु किसी के अंतिम संस्कार में जा रहे थे।