UP: राजधानी लखनऊ में कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर AAP प्रदर्शन कर रही है. पुलिस Lucknow Police के साथ AAP कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई. AAP का कहना है कि केन्द्र सरकार Centre Government घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. घाटी में लगातार हिन्दू कर्मचारियों की हत्या की जा रही है. घाटी से बड़े पैमाने पर लोग पलायन कर रहे हैं लेकिन, केन्द्र सरकार कोई मजबूत कदम नहीं उठा रही है.
जानकारी के लिए बता दे कि, घाटी में प्रधानमंत्री पैकेज और अनुसूचित जाति जैसी श्रेणियों में करीब 5,900 हिंदू कर्मचारी हैं. इनमें 1,100 ट्रांजिट कैंपों के आवास में, जबकि 4,700 निजी आवासों में रह रहे हैं.
जम्मू पलायन कर रहे हैं कर्मचारी
पाबंदियों के बावजूद निजी आवास और कैंप में रहने वाले 80 फीसदी कर्मचारी कश्मीर छोड़कर जम्मू पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि अनंतनाग, बारामूला, श्रीनगर के कैंप के कई परिवार ऐसे भी हैं जो पुलिस-प्रशासन के पहरे के कारण नहीं निकल पा रहे हैं.
पुलिस अधिकारी कर रहे दौरा
वहीं, घाटी नें पुलिस अधिकारी कैंपों का नियमित दौरा कर रहे हैं, जिससे पंडितों को पलायन से रोका जा सके. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि हम डिप्रेशन में हैं. एक कर्मचारी ने कहा, हम यहां 12 साल पहले आए थे, तब खुद को सरकार का ऐंबैस्डर मानते थे, लेकिन हमें स्वीकार नहीं किया गया. हम फिर वापस नहीं लौटना चाहते थे.