जम्मू-कश्मीर में पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल होने से लोगों के चेहरे खिल गए हैं। सरकार ने पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं शुरू करने को लेकर कहा था कि शनिवार से ये सेवाएं शुरू होनी हैं।
मालूम हो कि केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद मोबाइल सेवा पर प्रतिबंध लगा दिए गए थे। लिहाजा इस दौरान घाटी के लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खास तौर पर मोबाइल सेवा बंद होने से घाटी का व्यापारी वर्ग काफी प्रभावित हुआ है।
पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल होने पर घाटी के लोग सरकार के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि सरकार के मोबाइल सेवा बहाल करने से काफी राहत मिलेगी, खासकर व्यापारी और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के लिए ये बड़ी राहत माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने की घोषणा के बाद 5 अगस्त से जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवाओं पर रोक लगा दी थी। सरकार ने दावा किया है कि 8 से 10 थानों को छोड़कर घाटी के 99 फीसदी इलाके में लोगों की आवाजाही पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने शनिवार को पत्रकारों को से बातचीत करते हुए कहा, जम्मू-कश्मीर में हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। समीक्षा के बाद क्रमवार पाबंदियां हटाई जा रही हैं।
रोहित कंसल ने कहा कि अब बिना किसी रुकावट के पर्यटक कश्मीर आ सकते हैं। मोबाइल सेवा बहाल होने से पर्यटकों के अलावा आम लोगों को भी सुविधा मिल रहील है। कंसल ने आश्वस्त करते हुए कहा कि कारोबारियों से लेकर उद्योगपतियों को आतंकियों और अलगाववादियों से डरने की जरूरत नहीं है। सभी अपने रूटीन कामकाज शुरू करें।
कंसल ने कहा, दो माह से लगातार बॉर्डर पार से जम्मू-कश्मीर में लोगों में डर पैदा करनेकी कोशिशें कर हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के पास पुख्ता इनपुट हैं कि आतंकी राज्य में बड़े हमलों की साजिश रच रहे हैं।