नई दिल्ली। दुनिया की टॉप 3 रेटिंग एजेंसियों में शामिल ‘मूडीज’ ने एक बार देश में कमजोर होती अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश की है। दरअसल, ‘मूडीज’ ने जीडीपी ग्रोथ को लेकर पहले जो अपना अनुमान लगाया था, उसे अब और भी कम कर दिया है।
बता दें कि मूडीज ने नवंबर में चालू वित्त वर्ष (2019-20) के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ रेट 5.6 फीसदी अनुमानित किया है। हालांकि अक्टूबर में मूडीज ने भारतीय जीडीपी ग्रोथ रेट को 6.2 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी अनुमानित किया था। 7 नवंबर को जारी मूडीज की इस नए रिर्पोट के बाद भारतीय जीडीपी का ग्रोथ रेट अनुमान अगस्त के मुकाबले 0.6% तक कम हो गया है।
आपको बता दें कि अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस बॉन्ड मार्केट में लगे सरकार और कारोबारियों के पैसे के आधार पर किसी भी देश के कर्ज लेने और उसे चुकाने की क्षमता की रेटिंग जारी करता है। इस लिस्ट में अगर रेटिंग अच्छी आती है तो दुनिया भर के निवेशक उस देश में इन्वेस्ट करते हैं और अगर खराब आती है तो निवेशक उस देश में निवेश करने से कतराते हैं।
ये भी पढ़े: वोडाफोन समेट सकती है भारत से अपना कारोबार, CEO का बड़ा बयान
मूडीज ने भारतीय इकनॉमी के वर्तमान हालात पर चिंता जाहिर की है। रिपोर्ट के मुताबिक 2018 के मध्य से ही भारत की जीडीपी कम हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में पहले भी निवेश गतिविधियों में गिरावट आई है, लेकिन तब मजबूत खपत मांग के कारण अर्थव्यवस्था में तेजी आई थी। मौजूदा आर्थिक सुस्ती के साथ समस्या यह है कि इस बार खपत में भी गिरावट है।
ये भी पढ़े: सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब RTI के दायरे में आएगा CJI ऑफिस
मूडीज ने इस रिपोर्ट के बाद जारी अपने बयान में कहा कि हमें लगता है कि साल 2018 में भारत की जीडीपी का अनुमान 7.4 फीसदी रहा, लेकिन साल 2019 में यह 5.6 फीसदी ही रहेगा। हालांकि उम्मीद है 2020 और 2021 में जीडीपी ग्रोथ में तेजी आ सकती है, लेकिन फिर भी यह ग्रोथ रेट 6.6 फीसदी और 6.7 फीसदी ही रह सकता है।