भारत ने आज से औपचारिक रूप से G20 का अध्यक्ष पद संभाल लिया। भारत पूरे एक साल के लिए दुनिया के आर्थिक रूप से संपन्न देशों के समूह G20 की अध्यक्षता करेगा। इस खास मौके पर यादगार बनाने के लिए G20 के लोगों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों समेत 100 स्मारकों को 1 दिसंबर से 7 दिसंबर एक सात दिनों के लिए रोशन किया जाएगा।
इन साइट्स में श्रीनगर के शंकाराचार्य मंदिर से लेकर दिल्ली के लाल किला और तंजावुर के चोल मंदिर भी खास रोशनी से जगमगाते रहेंगे। इन 100 स्थलों की सूची में दिल्ली स्थिल हुमायू का मकबरा और पुराना किला तो गुजरात में मोढेरा का सूर्य मंदिर, ओडिशा में कोर्णार्क का सूर्य मंदिर शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज जैसे कि भारत ने अपनी G-20 अध्यक्षता शुरू कर दी है, इस पर कुछ विचार लिखे हैं कि हम आने वाले वर्ष में वैश्विक भलाई के लिए समावेशी, महत्वाकांक्षी और निर्णायक एजेंडे के आधार पर कैसे काम करना चाहते हैं। G20 की पिछली 17 अध्यक्षताओं के दौरान आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने, इंटरनेशनल टैक्सेशन को तर्कसंगत बनाने और विभिन्न देशों के सिर से कर्ज के बोझ को कम करने समेत कई महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए हैं।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “हम इन उपलब्धियों से लाभान्वित होंगे और यहां से और आगे की ओर बढ़ेंगे। अब जबकि भारत ने इस महत्वपूर्ण पद को ग्रहण किया है, मैं अपने आपसे यह पूछता हूं- क्या जी-20 अभी भी और आगे बढ़ सकता है? क्या हम समग्र मानवता के कल्याण के लिए मानसिकता में मूलभूत बदलाव को उत्प्रेरित कर सकते हैं?” पीएम ने कहा कि मेरा विश्वास है कि हां, हम ऐसा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आज भारत सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमारे प्रतिभाशाली युवाओं की रचनात्मक प्रतिभा का पोषण करते हुए हमारा नागरिक-केंद्रित शासन मॉडल एकदम हाशिए पर पड़े नागरिकों का भी ख्याल रखता है।”