नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने धरती की निगरानी और देश की सुरक्षा के लिए इतिहास रचा है। इसरो ने सुबह 9.28 बजे पीएसएलवी-सी47 (PSLV-C47) रॉकेट से कार्टोसैट-3 सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। जरूरत पड़ने पर इस सैटेलाइट से सर्जिकल या एयर स्ट्राइक भी कर पाएंगी।
इसरो ने श्रीहरिकोटा द्वीप पर स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्चपैड-2 से कार्टोसैट-3 मैप सैटेलाइट को पीएसएलवी-सी47से सफलतापूर्व लॉन्च किया। कार्टोसैट-3 पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा। इस मौके पर इसरो चीफ के सिवन मौजूद रहे।
Indian Space Research Organisation (ISRO) launches PSLV-C47 carrying Cartosat-3 and 13 nanosatellites from Satish Dhawan Space Centre at Sriharikota pic.twitter.com/z9GJ2OvtmW
— ANI (@ANI) November 27, 2019
बताया जा रहा है कि Cartosat-3 इस सीरीज का नौवां सैटेलाइट है। कार्टोसैट-3 का कैमरा अब तक का सबसे ताकतवर कैमरा है। यह कैमरा अंतरिक्ष में 509 किलोमीटर की ऊंचाई से जमीन पर 9.84 इंच की ऊंचाई तक की स्पष्ट तस्वीर लेने में सक्षम है। इससे धरती पर स्थित व्यक्ति की हाथ पर बंधी घड़ी का भी सटीक समय देखा जा सकेगा।
PAK पर रहेगी पैनी नजर
रिपोर्ट के अनुसार कार्टोसैट-3 का उपयोग देश की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। इससे पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर पैनी नजर रखी जा सकेगी। पाकिस्तान और उसके आतंकी कैंपों पर नजर रखने के लिए यह देश का सबसे ताकतवर मिशन होगा। इससे प्राकृतिक आपदाओं में भी मदद की जा सकेगी।