Global Millets Conference: PM नरेन्द्र मोदी ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए आज पूसा पहुंचे हैं। सम्मेलन में उन्होंने IARI कैंपस में लगे विभिन्न स्टॉल का ऑडियो विजुअल भी देखा। इसी के साथ PM मोदी ने डाक टिकट और इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर 2023 के आधिकारिक सिक्के का भी अनावरण किया। इसके बाद PM ने एक जनसभा को संबोधित भी किया। PM के साथ-साथ इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नरेन्द्र सिंह तोमर और मनसुख मांडविया भी शामिल हुए।
PM मोदी ने किया मार्गदर्शन (Global Millets Conference)
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि आज मिलेट्स का शुभारंभ उत्सव है। मिलेट्स के विषय को लेकर जब भी कोई सवाल आया, तो PM मोदी ने बहुत ही खुशी के साथ लोगों का मार्गदर्शन किया। और वहीं उसी के परिणामस्वरूप ये कार्यक्रम नई ऊंचाईयों पर पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर घोषित करने के लिए श्री अन्न की घरेलू और वैश्विक मांग में वृद्धि हुई है।
जहां ‘श्री’ होती है, वहां ‘समृद्धि’ भी होती है (Global Millets Conference)
PM ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए बोले कि, मोटे अनाज को फ्री अन्न की कहा गया है। ये वो खेती है जो कि केवल खाने तक सीमित नहीं है। भारत की परंपराओं जो लोग अच्छे से जानते हैं। वे यह भी इस बात से वाकिफ हैं कि, किसी के आगे ‘श्री’ ऐसे ही नहीं जोड़ा जाता है, वो ऐसी जगह जोड़ा जाता है, जहां ‘श्री’ होती है, वहां ‘समृद्धि’ भी होती है, और ‘समग्रता’ भी होती है।
PM ने कहा कि श्री अन्न भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है। इसमें जगह-जगह के लोंग भी जुडें हुए है। श्री अन्न यानी देश के छोटे किसानों के समृद्धि का द्वार, श्री अन्न यानी देश के करोड़ों लोगों को पोषण देने का का कर्णधार, श्री अन्न यानी देश के आदिवासी समाज का सत्कार, श्री अन्न यानी कम पानी में ज्यादा फसल की पैदावार होने से, श्री अन्न यानी केमिकल मुक्त खेती भी इसका बड़ा आधार है, श्री अन्न यानी क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने में मददगार साबित हो सकती है।