Chandigarh: हाल ही में पास हुए तीन किसान बिल (Farmers Bill 2020) के विरोध में पंजाब-हरियाणा के किसानों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ किसानों ने आंदोलन की धार (Farmers protest against agriculture bill) को और तेज कर दिया है। गुरुवार को पंजाब में किसानों ने राज्य में तीन दिनों का रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया है। राज्य के अमृतसर, फिरोजपुर जिलों में किसान रेलवे ट्रैक पर ही धरने पर बैठ गए हैं जिसके चलते दिल्ली की ओर आने-जाने वाली गाड़ियों पर असर पड़ा है।
Punjab: Kisan Mazdoor Sangharsh Committee continues their ‘rail roko’ agitation in Amritsar, in protest against the #FarmBills.
The Committee is holding the ‘rail roko’ agitation from September 24 to 26 against the Bills. https://t.co/NRnPVVw5tq pic.twitter.com/6Czv07eU9Z
— ANI (@ANI) September 24, 2020
किसानों ने 25 सितंबर को बंद का ऐलान किया है। जिसके चलते फिरोजपुर रेल मंडल ने 14 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इतना ही नहीं एक अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए किसानों ने बंद का (Farmers Bill 2020) आह्वान किया है। किसानों ने साफ कर दिया है कि वे कृषि विधेयकों को किसी भी सूरत में स्वीकर नहीं करेंगे। वहीं 25 सितंबर को होने वाले पंजाब बंद के लिए 31 किसान संगठन एक साथ आने के लिए तैयार हुए हैं। इस संबंध में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक बैठक की थी।
बता दें कि केंद्र और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों को आश्वासन दिया था कि इन ‘बहुत ऐतिहासिक’ बिलों से किसानों को लाभ होगा। ये कानून किसानों का शोषण करने वाले बिचौलियों को उनसे दूर करेंगे और वे सीधे अपनी उपज बेच सकते हैं। इस बीच, पंजाब में कांग्रेस की अगुआई वाली सरकार ने इन विधेयकों को संघीय ढांचे पर एक ‘घातक हमला’ बताया है।
भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में कृषि बिल हुआ पारित
इधर सरकार और प्रशासन ने भी बंद को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। पुलिस-प्रशासन से साफ-साफ कहा गया है कि वे किसानों के प्रति नरम रवैया अपनाएं। किसान नेता भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ से मेडिकल सुविधा भी अलर्ट पर है। इस बात का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है कि प्रदर्शन के चलते आमलोगों की किसी तरह की परेशानी ना हो।