PM मोदी बोले- देशहित के लिए लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ती है

देशभर के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बवाल मचा हुआ है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ASSOCHAM के कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

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नई दिल्ली: देशभर के कई हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर बवाल मचा हुआ है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ASSOCHAM के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां अपने संबोधन में पीएम ने ASSOCHAM के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि 100 वर्ष का अनुभव बहुत बड़ी पूंजी होता है। इसके लिए आप सभी बधाई के पास हैं। इस कार्यक्रम में उन्होंने अर्थव्यवस्था पर भी बात की। वहीं, उन्होंने कहा कि देश के लिए काम करते वक्त लोगों की नाराजगी और कई लोगों के आरोपों का भी सामना करना पड़ता है।

अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की बात अचानक नहीं आई है। बीते 5 साल में देश ने खुद को इतना मजबूत किया है कि ऐसे लक्ष्य ऱखे भी जा सकते हैं और उन्हें प्राप्त भी किया जा सकता है। हमारे देश में सामर्थ्य है, उस सामर्थ्य के भरोसे आगे बढ़ना है तो लक्ष्य, दिशा और मंजिल को जनसामान्य से जोड़ना ही चाहिये और मेरा यही प्रयास है। जब तक पूरा देश मिलकर लक्ष्य प्राप्त नहीं करता, लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी जिम्मेदारी में सक्रियता नहीं लाता तो वो एक सरकारी कार्यक्रम बन जाता है।

आगे उन्होंने कहा कि हमने अर्थव्यवस्था के ज्यादातर आयामों को फॉर्मल व्यवस्था में लाने का प्रयास किया है। इसके साथ ही हम अर्थव्यवस्था को आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए Modernize और Speed Up करने की दिशा में भी आगे बढ़े हैं।

वहीं, अपनी सरकार को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज देश में वो सरकार है जो किसान की भी सुनती है, मजदूर की भी सुनती है, व्यापारी की भी सुनती है और उद्योग जगत की भी सुनती है । उनकी आवश्यकताओं को समझने का प्रयास करती है और उनके सुझावों पर संवेदनशीलता से काम करती है।

यहां सुनिए पूरा भाषण

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