नई दिल्ली: इस वक्त जहां देश कोरोना नाम की भयंकर महामारी से जूझ रहा है, वहीं स्वास्थ्यकर्मियों पर किए जा रहे हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, अब अगर कोई स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करेगा, तो उसे 3 महीने से 7 साल तक सजा हो सकती है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कई जगहों से डॉक्टरों के खिलाफ हमले की जानकारी सामने आ रही है। इसके लिए सरकार एक अध्यादेश लाई है, जिसके तहत हमलावरों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस #LIVE #Lockdown #coronavirusinindia @BJP4India @INCIndia @samajwadiparty @narendramodi @yadavakhilesh @priyankagandhi @RahulGandhi https://t.co/SrMRY6tsCb
— Prime News (@primenewslivetv) April 22, 2020
आगे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो भी स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करेगा, उसे जमानत नहीं मिलेगी, 30 दिनों के अंदर इसकी पूरी जांच होगी। वहीं, एक साल के अंदर ही फैसला ले लिया जाएगा। इसके तहत 3 महीने से लेकर 5 साल तक की सजा का प्रावधान है। जबकि, गंभीर मामलों में 6 से 7 साल तक की सजा का प्रावधान है और 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है। इस अध्यादेश के अनुसार, स्वास्थ्यकर्मी की गाड़ी पर हमला करने वाले को मार्केट वैल्यू के दोगुने से ज्यादा भरपाई की जाएगी।
इसके अलावा कोरोना को लेकर सरकार की तैयारियों और फैसलों की जानकारी देते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि देश में अब तक 723 कोविड अस्पताल बनाए गए हैं, जिसमें लगभग 2 लाख बैड तैयार हैं। इनमें से 24 हजार आईसीयू बैड हैं और 12,190 वेंटिलेटर हैं। जबकि 25 लाख से अधिक N95 मास्क भी हैं। जबकि 2.5 करोड़ के ऑर्डर दिए जा चुके हैं।