कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की है। सुरजेवाला ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो कुछ भी महाराष्ट्र में हुआ ये विश्वासघात नहीं तो क्या है। ये सब साबित करता है कि मोदी है तो मुमकिन है।
सुरजेवाला ने BJP से ये महत्वपूर्ण सवाल किए हैं…
- किसने दावा पेश किया ?
- दावे पर कितने हस्ताक्षर हैं?
- हस्ताक्षर कब प्रमाणित हुए?
- कैबिनेट की सिफारिश राष्ट्रपति को कब की गई?
- कैबिनेट की बैठक कब हुई?
- राष्ट्रपति ने सिफारिश कब स्वीकार की?
- राज्यपाल ने शपथ के लिए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को किस पत्र द्वारा बुलाया?
- सुरजेवाला ने कहा, इन्हें शपथ के लिए कितने बजे बुलाया गया। इस मौके पर प्रबुद्ध नागरिकों, राजनीतिक दलों के नेताओं, मुख्य न्यायधीश को क्यों नहीं बुलाया गया जैसी कि परंपरा है।
- राज्यपाल ने अब तक क्यों नहीं बताया कि फडणवीस सरकार को बहुमत कब तक साबित करना है। इसी के साथ उन्होंने सवाल किया ये लोकतंत्र का चीरहरण कब तक जारी रहेगा।
- राज्यपाल महोदय ने रात में कितने बजे राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा की है।
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गठबंधन की सरकार बनाने की तैयारी में थी, लेकिन इसी बीच शनिवार सुबह राजभवन में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। इस राजनीतिक घटनाक्रम ने सबके होश फाख्ता कर दिए।
वास्तव में इस गठबंधन के बारे में किसी को कानों कान खबर तक नहीं थी। अब दोनों के सामने विधानसभा में बहुमत साबित करने की चुनौती है। BJP और एनसीपी ने मिलकर सरकार तो बना ली है, लेकिन इस सरकार को 30 नवंबर तक बहुमत साबित करना है।
NCP अध्यक्ष शरद पवार से साफ तौर पर कहा है कि बीजोपी के साथ जाने का फैसला अजित पवार का है पार्टी का नहीं।