मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेस की। इस दौरान उन्होंने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने पद से शुक्रवार को राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्तीफा देने का ऐलान किया था। कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा की ये जनता की जीत है।
#WATCH I have decided to tender my resignation to the Governor today: #MadhyaPradesh CM Kamal Nath pic.twitter.com/DlynuxzGtO
— ANI (@ANI) March 20, 2020
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बहुत काम किया है, लेकिन बीजेपी ने हमेशा साजिश रची है। जनता ने मुझे पांच साल का मौका दिया था लेकिन बीजेपी वालों को ये राश नहीं आया।
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी को 15 साल और मुझे 5 महीने, बीजेपी वालों ने 15 सालों तक मध्यप्रदेश में साजिश रची, बागियों को जनता माफ नहीं करेगी। उन्होंने आगे कहा कि विधायकों को तोड़ने के लिए करो़ड़ों खर्च किए। जैसा बीजेपी कर रही है वैसी में राजनीति नहीं करूंगा।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने पहले कमलनाथ सरकार को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट कराने को कहा था। हालांकि, इसके बाद कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर के इस फैसले को पलटते हुए शुक्रवार को 5 बजे तक फ्लोट टेस्ट कराने का आदेश दिया है।