Who’s Chief Minister Uttarakhand: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री (New Chief Minister) पर आज 21 मार्च को फैसला हो जाएगा। पार्टी हाईकमान ने आखिरकार 10 दिन बाद विधायक दल की बैठक आहूत कर दी है। उधर, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के नेताओं के साथ मुख्यमंत्री और नई सरकार की तैयारियों को लेकर दिल्ली में चर्चा की।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार (BJP State General Secretary Kuldeep Kumar) ने रविवार को बताया कि दून स्थित पार्टी मुख्यालय में शाम पांच बजे से विधायक दल की बैठक शुरू होगी। सभी विधायकों को इसकी सूचना दे दी है। हालांकि पार्टी के ज्यादातर विधायक पहले ही देहरादून पहुंच चुके हैं, जबकि कुछ रास्ते में हैं।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदारों में कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, ऋतु खंडूड़ी और विनोद चमोली के नाम शामिल होने की चर्चा है। अगर, पार्टी, अपने सांसदों से मुख्यमंत्री का चयन करती है तो ऐसे में अनिल बलूनी, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक या अजय भट्ट में से किसी एक के सिर पर यह ताज सज सकता है।
शाह की लॉबिंग से बचने की सलाह
दिल्ली में अमित शाह (Amit Shah) ने कार्यवाहक सीएम धामी (CM Dhami), पूर्व सीएम निशंक, त्रिवेंद्र रावत और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ चर्चा की। रविवार पूर्वाह्न बैठक के बाद सूत्रों ने बताया कि शाह ने सभी को लाबिंग से बचने की सलाह दी। बाद में राज्य के उक्त नेताओं की निशंक के दिल्ली स्थित आवास में बैठक हुई और उसके बाद सभी दून के लिए चल दिए।
राजनाथ दोपहर बाद पहुंचेंगे
राज्य में नेता सदन के चयन को लेकर भाजपा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी को पर्यवेक्षक बनाया है। पहली बार पार्टी ने कद्दावर नेता राजनाथ को उत्तराखंड में पर्यवेक्षक के तौर पर नामित किया है। राजनाथ और उनके सहयोगी पर्यवेक्षक दोपहर बाद दून पहुंचेंगे। विधायकों से रायशुमारी के बाद वे नेता सदन के नाम का ऐलान करेंगे। इस बैठक में उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम के साथ ही राज्य में पार्टी के सभी सांसद भी मौजूद रहेंगे।
आज की बैठक में फाइनल हो जाएगा उत्तराखंड का सीएम
देहरादून में प्रदेश भाजपा मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि भाजपा ने अपने नवनिर्वाचित विधायक दल की बैठक यहां राज्य मुख्यालय में सोमवार को चार बजे बुलाई है। इस बैठक में नए नेता का चयन किया जाएगा। शाह के आवास पर हुई बैठक में मौजूद सूत्रों ने बताया कि कई विधायकों ने धामी के लिए अपनी सीट खाली करने का प्रस्ताव दिया है। सूत्रों के अनुसार चौबट्टाखाले के विधायक सतपाल महाराज, श्रीनगर के विधायक धन सिंह रावत, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं।
धामी सीएम की रेस में क्यों आगे, जानिए 2 बड़ी वजह
1. प्रदेश में 14 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव के इस माह घोषित परिणामों में भाजपा 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल कर लगातार दूसरी बार सत्तासीन होने जा रही है। ‘उत्तराखंड फिर मांगे, मोदी-धामी की सरकार’ के नारे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा को धामी के अपनी परंपरागत सीट खटीमा से हारने के बाद नेतृत्व को लेकर नए सिरे से निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा है। भाजपा की उत्तराखंड इकाई के सूत्रों ने कहा कि धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की संभावना ज्यादा है, क्योंकि वह न केवल युवा और ऊर्जावान हैं, बल्कि भाजपा ने पहाड़ी राज्य में उनके नाम पर चुनाव लड़ा था और शानदार जीत दर्ज की।
2. पार्टी के धामी के नाम पर मुहर लगाने का फैसला करने की एक और बड़ी वजह यह हो सकती है कि उसे पिछले कार्यकाल में बेहद कम समय में दो मुख्यमंत्रियों को बदलने के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। एक भाजपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अगर उत्तर प्रदेश चुनाव में अपनी सीट गंवाने वाले केशव प्रसाद मौर्य को दोबारा उप-मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है तो धामी को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया जा सकता है? हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अगर पार्टी किसी नए चेहरे का चयन करने का फैसला लेती है तो क्षेत्रीय और जातीय संतुलन बैठाना काफी अहम होगा।
राजनाथ दोपहर बाद पहुंचेंगे : राज्य में नेता सदन के चयन को लेकर भाजपा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी को पर्यवेक्षक बनाया है। पहली बार पार्टी ने कद्दावर नेता राजनाथ को उत्तराखंड में पर्यवेक्षक के तौर पर नामित किया है। राजनाथ और उनके सहयोगी पर्यवेक्षक दोपहर बाद दून पहुंचेंगे। विधायकों से रायशुमारी के बाद वे नेता सदन के नाम का ऐलान करेंगे। इस बैठक में उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम के साथ ही राज्य में पार्टी के सभी सांसद भी मौजूद रहेंगे।