नई दिल्ली: साल का दूसरा चंद्रग्रहण शुक्रवार यानि कि 5 जून को होने वाला है। हालांकि, ये चंद्रग्रहण वास्तविक न होकर एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। यह ग्रहण रात में 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर रात में 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा। इस ग्रहण के दौरान कुछ सावधानियां जरूर बरती जानी चाहिए।
कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण?
बता दें कि ये चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में दिखाई देगा। गौर देने लायक बात ये है कि इस ग्रहण में चंद्रमा कहीं से कटेगा नहीं बल्कि पूरा दिखाई देगा। विज्ञान के मुताबिक इस तरह का ग्रहण तब लगता है जब सूरज, धरती और चांद एक सीध में नहीं आ पाते। धरती सूरज की रोशनी का कुछ हिस्सा चांद की सतह तक जाने से रोक लेती है। तब चांद की बाहरी सतह के पूरे हिस्से को पृथ्वी ढक लेती है, इसे उपच्छाया (penumbra) कहते हैं। ऐसा चांद पूर्णिमा के चांद जैसा ही होता है।
इस चंद्र ग्रहण की खास बातें
जानकारी के लिए बता दें कि शास्त्रों में उपछाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण नहीं माना जाता है। इसलिए इस दिन किसी भी तरह के शुभ कार्य पर कोई रोक नहीं लगेगी। ग्रहण काल के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में होंगे। इसलिए वृश्चिक राशि के लोगों को चंद्र ग्रहण के समय सावधान रहने की जरूरत है।