नई दिल्ली: लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल को पास कराने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे राज्यसभा में पेश कर दिया है। विपक्ष शुरू से ही इस बिल का विरोध कर रहा है। वहीं, पूर्वोत्तर के राज्यों में इस बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।
नागरिकता संशोधन बिल को पेश करते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं इस सदन के सामने एक ऐतिहासिक बिल लेकर आया हूं। इस बिल के प्रावधान से करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा। बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना का दंश झेलकर भारत आने वाले शरणार्थियों को इस बिल से सम्मान मिलेगा।
#BREAKING: राज्यसभा की कार्यवाही शुरू, गृहमंत्री @AmitShah ने पेश किया नागरिकता संशोधन बिलhttps://t.co/DJ7IX13K97#CitizenshipAmendmentBill2019 @MVenkaiahNaidu @narendramodi @INCIndia @ShivSena @rautsanjay61
— Prime News (@primenewslivetv) December 11, 2019
उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान में 20 फीसदी अल्पसंख्यक थे, लेकिन अब केवल 3 प्रतिशत ही रह गए हैं। नागरिकता बिल के बाद हिंदू, पारसी, ईसाई, सिख और बौद्ध धर्म के शरणार्थियों के अधिकार की रक्षा होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये बिल मुसलमानों के खिलाफ नहीं है।